ज़िन्दगी भर का साथ था
कुछ पल में ही टूट गया
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PREM PAAYA NAHI..!
JEEYA JATA HAI......!
"RadheKrishna"🌺
सोचती हूँ कि कुछ लिखूँ,
पर समझ नहीं आता क्या लिखूंँ
तुझे लिखूँ या तेरी यादें लिखूँ
हसीन लम्हें लिखूंँ या तेरी जुदाई लिखूँ
वादें लिखूँ या उन वादों का टूटना लिखूँ
बस यही सोचकर कुछ लिख ना पाऊँ
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The root of Suffering is Attachment
The less Attached you Are,
The More Peaceful you Are.-
बस इतनी सी ही तो थी आरज़ू
तुम मुझे लिखते रहो और मैं तुम्हें पढ़ती रहूँ।-
अक्सर वही हमारे दर्द की वज़ह होते हैं
जो हमारे दिल के सबसे करीब होते हैं।-