ज़िन्दगी के राज अनसुलझे अनजाने
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ख़्वाहिशों को उड़ान देकर
आकाश में स्वच्छंद पक्षी जैसे
उड़ जाती पंख लगा... read more
धूल दुश्मन को हम चटा देंगे
आज फिर ख़ाक में मिला देंगे
आज फिर देश ने पुकारा है
आज दुश्मन का सिर नवा देंगे
सरहदों पर ये बात आई है
देख दुश्मन को ख़ुद सज़ा देंगे
बेवजह ना किसी को छेड़ेंगे
बात ख़ुद पे लगी मिटा देंगे
प्यार से जो मिलोगे तुम हमसे
तेरे कदमों में सिर झुका देंगे
बात दिल पे अनु चुभी कैसी
नाम दिल पे नया लिखा देंगे-
दूर रहकर माँ की क़दर समझ आयी
पास थी तो भोली माँ बिसराई
आज माँ बनकर माँ को समझ पायी
दिल भर आता माँ को ही ना पढ़ पायी-
तुम ना होते तो क्या ही ये ज़िन्दगी होती
ज़िन्दगी होती पर जिस्म में जान नहीं होती-
तेरे शब्दों से ज़्यादा तेरे मौन को पढ़ा मैंने
एक नया सफ़ा ज़िन्दगी का गढ़ा मैंने !!-
तुम निःशब्द रहकर बहुत कुछ कह जाते हो
एहसास -ए-तमन्ना ज़िन्दगी में जगा जाते हो-
हमें दिल से अपने हटाने लगे हैं।
किसी और से दिल लगाने लगे हैं।।
सुनाते सुनाते सहर हो गई है।
सुनाकर सभी को सताने लगे हैं।।
सुहाना सफ़र है बड़ा ज़िंदगी का।
नए आज सपने सजाने लगे हैं।।
कहाँ अब गया भाइचारा सभी का।
वहीं खून सबका बहाने लगे हैं ।।
कभी जो निकलते नहीं सामने से।
नज़र से नज़र वो मिलाने लगे हैं।।
चलो दूर जाकर रहेंगे अकेले।
नया खेल अनु अब रचाने लगे हैं।।-