चल रहीं है जिंदगी, जाने कितने बोझ तले, चढ़ाव तो दिखे नहीं, पर उतार पर ही चले,पल पल ये नए रंग ढलकर में रंगकर छले,निश्चल नदिया को क्यूँ किनारा ना मिले,हर दिन के बाद दिन को भी रात मिले, पर दिन रात दौड़ती नाव को साहिल ना मिले। लब पर सजा कर जरा सी हँसी जिंदगी अपनी रफ्तार से चले।। ©अनीता बिष्ट -
चल रहीं है जिंदगी, जाने कितने बोझ तले, चढ़ाव तो दिखे नहीं, पर उतार पर ही चले,पल पल ये नए रंग ढलकर में रंगकर छले,निश्चल नदिया को क्यूँ किनारा ना मिले,हर दिन के बाद दिन को भी रात मिले, पर दिन रात दौड़ती नाव को साहिल ना मिले। लब पर सजा कर जरा सी हँसी जिंदगी अपनी रफ्तार से चले।। ©अनीता बिष्ट
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सबने मुँह मोड़ा तू मुहँ ना मोड़,सबने दिल तोड़ा तू दिल ना तोड़,सबने मुझे छोड़ा तू मुझे ना छोड़,ऐ चांद! बस तू मुझसे मुँह ना मोड़।अंधेरा सा रह गया ये शहर, तेरा उजाला बिछा इस पर,धुंध छा गयी आँखों पर, रिश्तों को धूमिल कर गयीइस फिज़ा मे बिखरी तेरी चांदनी इधर उधर,तू भी ना रहा मेरे हक मे अगर तो सवाल उठेंगे तुझ पर, ना फ़ेर मुझसे तू अपनी ये नजर, तू मुझे ना छोड़,ऐ चांद तू मुझसे मुँह ना मोड़।। ©अनीता बिष्ट -
सबने मुँह मोड़ा तू मुहँ ना मोड़,सबने दिल तोड़ा तू दिल ना तोड़,सबने मुझे छोड़ा तू मुझे ना छोड़,ऐ चांद! बस तू मुझसे मुँह ना मोड़।अंधेरा सा रह गया ये शहर, तेरा उजाला बिछा इस पर,धुंध छा गयी आँखों पर, रिश्तों को धूमिल कर गयीइस फिज़ा मे बिखरी तेरी चांदनी इधर उधर,तू भी ना रहा मेरे हक मे अगर तो सवाल उठेंगे तुझ पर, ना फ़ेर मुझसे तू अपनी ये नजर, तू मुझे ना छोड़,ऐ चांद तू मुझसे मुँह ना मोड़।। ©अनीता बिष्ट
My mother's lap forever and ever.My precious treasure and my deepest well wisher who did the most uneasy things to make my life little to breathe.©Anita bisht -
My mother's lap forever and ever.My precious treasure and my deepest well wisher who did the most uneasy things to make my life little to breathe.©Anita bisht
Why is dark phase increasing day by day?Why the humans are so selfish?©अनीता बिष्ट -
Why is dark phase increasing day by day?Why the humans are so selfish?©अनीता बिष्ट
तू मेरे दिल का उजाला तू मेरे जिंदा होने का सबूत,तुझे बनाना है मैंने एक सफल और उम्दा सपूत,हर रिश्ते का सम्मान करें, हर पहलू पर विचार करे।सब करने से पहले खुद को हर घड़ी के लिए तैयार करे।©अनीता बिष्ट -
तू मेरे दिल का उजाला तू मेरे जिंदा होने का सबूत,तुझे बनाना है मैंने एक सफल और उम्दा सपूत,हर रिश्ते का सम्मान करें, हर पहलू पर विचार करे।सब करने से पहले खुद को हर घड़ी के लिए तैयार करे।©अनीता बिष्ट
बस इक फ़ैसले ने सारी दुनिया ही बदल दी,कुछ समझ ना आया और जब समझ आया दौराहो ने मंजिल ना मिलने दी, भटकते रहे इक सुकून की साँस की तलाश में,क्या पता था ना राह ना मंजिल ना पनाह ही मिलेगी।जहां रहे ना वो घर अपना, ना वहाँ के लोग ही अपने, ना वक़्त अपना, ना ही दुनिया ही अपनी, इक लड़की का कौन सा घर अपना? ना ये सवाल का जवाब ही मिल पाया,जहां रहे उस घर को संवारती हैं,और बदले में परायी होने का टैग संभालती है।©अनीता विष्ट -
बस इक फ़ैसले ने सारी दुनिया ही बदल दी,कुछ समझ ना आया और जब समझ आया दौराहो ने मंजिल ना मिलने दी, भटकते रहे इक सुकून की साँस की तलाश में,क्या पता था ना राह ना मंजिल ना पनाह ही मिलेगी।जहां रहे ना वो घर अपना, ना वहाँ के लोग ही अपने, ना वक़्त अपना, ना ही दुनिया ही अपनी, इक लड़की का कौन सा घर अपना? ना ये सवाल का जवाब ही मिल पाया,जहां रहे उस घर को संवारती हैं,और बदले में परायी होने का टैग संभालती है।©अनीता विष्ट
क्या फर्क़ पड़ता है कि मुझे क्या अच्छा लगता है, क्योंकि होना तो वही है जो तुझे अच्छा लगता है।©अनीता बिष्ट -
क्या फर्क़ पड़ता है कि मुझे क्या अच्छा लगता है, क्योंकि होना तो वही है जो तुझे अच्छा लगता है।©अनीता बिष्ट
that day will never come.©Anita Bisht -
that day will never come.©Anita Bisht
lonelinessrestless nights. -
lonelinessrestless nights.
और कभी कभी प्रेम उम्र भर का अकेलापन दे जाता है -
और कभी कभी प्रेम उम्र भर का अकेलापन दे जाता है