तेरे बालों में फूल लगाने का अहसास,जैसे बहारों ने किया हो मुझे उल्लास।
खुशबू तेरी जुल्फ़ों से जब गुजरती है,तो रूह तक महक उठती है हर साँस।-
शिक्षा के आयाम हैं कई,
सिर्फ़ डिग्रियों की भीड़ नहीं।
देश के प्रति जागरूकता जगाना,
कर्तव्य निभाकर दीप जलाना।
सच कहना शिक्षा का पहला पाठ,
झूठ से दूर, न्याय के साथ।
जहाँ नागरिक खुद को समझे जाग्रत,
वहीं बनता है राष्ट्र प्रगति का पथ।
शिक्षा का अर्थ है सेवा का भाव,
हर दिल में हो देश का लगाव।
सिर्फ़ शब्द नहीं, कर्म का नाता,
यही है शिक्षा का सच्चा विजेता।-
चलो कहती हो घूमने दूर वादियों में,
नींद भी आ रही है तेरी इन प्यारी पलकों में।
एक ओर जिद तेरी मासूम सी हँसी लाती है,
दूसरी ओर तेरा सिर मेरे कंधे पर झुक जाता है।-
ओ मेरी शर्मीली, तेरी झुकी सी नज़र,
दिल में उतरी जैसे कोई चाँदनी का असर।
तेरी खामोशी भी बोल जाती हज़ार बात,
तेरी हँसी से महक उठता है हर एक रात।-
जादू उस पल का, जब नज़रें तुझसे मिलती हैं,
खामोशी भी बोल उठती है, धड़कनें बहकती हैं।
तेरे लबों की मुस्कान में एक रोशनी उतर आती है,
जैसे पूरी कायनात मेरे दिल में समा जाती है।
उस पल में वक्त ठहर जाता, हवाएँ गुनगुनाती हैं,
तेरी आँखों की गहराई में मेरी रूह खो जाती है।
जादू वो सिर्फ़ इश्क़ का नहीं, रब की इनायत का है,
तू पास हो तो लगता है यही जीवन की राहत का है।-
प्रिय वडील आणि आई, घराचे खरे दीप,
मुलांच्या डोळ्यांत तुम्हीच, प्रेमाचा अनमोल सिप.
तुमच्या छायेत उभी राहते त्यांच्या जगण्याची नीव,
तुमच्या हास्याने उमलते, त्यांच्या मनाची शिव.
मुलं बघतात तुमच्यातच आजी–आजोबांचे रूप,
तुमच्या शब्दांत दडलेले संस्कारांचे अनमोल स्वरूप.
तुमच्या कष्टांत आहे आमच्यासाठीचा आधार,
तुमच्या संगतीने सजतो जीवनाचा साज अपार.
वडीलांच्या हातांत धैर्य, आईच्या ओंजळीत माया,
दोघे मिळून उभे करतात मुलांच्या स्वप्नांची काया.
प्रिय वडील आणि आई, तुम्हीच जीवनाचा साज,
तुमच्या आशीर्वादानेच सजतो घराचा प्रत्येक राज.-
तेरे संग निकला हूँ इस दिल की डगर पर,
हर मोड़ पे बस तू ही है मेरे सफ़र पर।
तेरी मुस्कान से रोशन हैं ये राहें सारी,
तेरे बिना लगे वीरान मंज़िल हमारी।
तेरे हाथों का सहारा बना है मेरा जहां,
तेरी धड़कनों में मिलता है जीने का गुमान।
मंज़िल नहीं चाहिए, तू ही है मुकाम,
तेरे साथ ही हो जाए मेरा सफ़र का अंजाम।
कभी बिछड़ना न हो, यही अरमान रहे,
तेरे कदमों के संग मेरा कारवां चले।
दुनिया कहे सफ़र ख़त्म हुआ एक दिन,
पर मेरे लिए तू ही है शुरुआत और यकीन।-
देवदूत सी तू
तेरी परवाह में छुपा है समंदर सारा,
हर लम्हा तेरा साथ लगे मुझे प्यारा।
देवदूत की तरह तू रखती है ध्यान,
तेरे बिना सूना लगे ये जहाँ।
तेरी नज़रें दुआओं का रूप हैं,
तेरे लफ़्ज़ जैसे मीठे स्वरूप हैं।
तू ही मेरा सुकून, तू ही मेरी राह,
तेरी मोहब्बत से मिलता है हर चाह।
तेरी बाहों में खुदा का नूर दिखे,
तेरे संग हर जख्म भी दूर दिखे।
ओ मेरी जान, तू मेरी रूह की सुकून है,
तेरे बिना मेरी धड़कन अधूरी जुनून है। ❤️-
माँ के कंधे पर स्वर्ग
माँ के कंधे पर सिर रख दिया,
थकान का हर बोझ मिट गया।
नज़रों में फैला सुकून का जहाँ,
दिल को जैसे स्वर्ग मिल गया।
उसकी गोद में सब दुख खो जाते,
सपनों के रंग हकीकत बन जाते।
ममता की छाँव में जो पल बिते,
जीवन के मोती अमर हो जाते।
माँ का कंधा है शक्ति का आधार,
जहाँ मिलता है निश्छल प्यार।
उस पल लगा ये सच ही है,
स्वर्ग नहीं दूर माँ के पास ही है। 🌹-
माँ के कंधे पर स्वर्ग
माँ के कंधे पर सिर रख दिया,
थकान का हर बोझ मिट गया।
नज़रों में फैला सुकून का जहाँ,
दिल को जैसे स्वर्ग मिल गया।
उसकी गोद में सब दुख खो जाते,
सपनों के रंग हकीकत बन जाते।
ममता की छाँव में जो पल बिते,
जीवन के मोती अमर हो जाते।
माँ का कंधा है शक्ति का आधार,
जहाँ मिलता है निश्छल प्यार।
उस पल लगा ये सच ही है,
स्वर्ग नहीं दूर माँ के पास ही है। 🌹-