जज्बात के बंधन में, हर बंधन होता है
कहीं खुशी, कहीं करुण क्रंदन होता है
जिस ठौर नहीं ये, सूना जीवन होता है।।-
हम हो गए मुफ़लिस, जागें हैं रातों में ॥
मेरी नस्ल मेरी क... read more
संसार में जो कर्म हमें ईश्वरीय गुणों से ओतप्रोत करे,
ऐसा ज्ञान प्राप्त करना ही जीवन में आदर्श ज्ञान है।
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हर चीज़ चमकती हुई, सोना नहीं होती
दोस्ती फ़रेबी से, दोस्ती होना नहीं होती
'दीप' के तजुर्बा को,तुम रखना सदा याद
धरती - समुंदर का, कोई कोना नहीं होती-
उम्मीद थी सब कुछ कहेंगे, तेरी आंखों में झाँककर।
हश्र ये कि कुछ न कह पाए, तेरी आंखों में झाँककर॥
"दीप" जी सके ना मर सके, तेरी आंखों में झाँककर॥
अंजाम ए उल्फ़त में... 💞💞
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इतिहास बना सकते हो, तुम भूगोल बदल सकते हो।
है तुममे पुरुषार्थ अगर, तो पर्वत को ढहा सकते हो॥
कर्मयोगी जन नदियों की धाराओं का मुंह मोड़ देते हैं।
उम्मीदों की लहर है अंदर, तो सागर को डरा सकते हो॥
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मुझसे नाराज़ होने की, अब कोई वजह तो बता!
क्यूँ तेरा सौदाई दूर जाये, अब कोई वजह तो बता !!
'दीप' दिल ए बीमार तड़पता है, अब तेरे ही वास्ते!
इश्क़ को अनदेखा करने की, कोई वजह तो बता !!
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हजारों लोग हैं दुनियाँ में, जो दर्दो ग़म में जीते हैं।
इक हम हीं तन्हा नहीं हैं, जो अधूरेपन में जीते हैं॥
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सुख - दुःख पढ़ना आता है
जिसे जीवन गढ़ना आता है।
यौद्धा वही है दुनियाँ में जिसे
हर स्थिति में लड़ना आता है।।
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चांदनी संवर रही है, रातरानी महक़ रही है।
'दीप' तुम ही दिख रहे हो, रात के आईने में॥
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चांदनी संवर रही है रातरानी महक़ रही है
मुझको तुम दिख रहे हो रात के आइने में
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