गलतियाँ हम दोनों से हुई...तुमने मुझे पड़ाव समझा... मैंने तुम्हें मंज़िल... -
गलतियाँ हम दोनों से हुई...तुमने मुझे पड़ाव समझा... मैंने तुम्हें मंज़िल...
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अल्फाज कई हैं,,पर जताऊ कैसे?? -
अल्फाज कई हैं,,पर जताऊ कैसे??
तन्हाइयो में भी कभी यूँ न हुआ,,मैं तेरा हूँ, मैं मेरा न हुआ,,फिर सोचता हूं किस घड़ी मेरे लम्हात में नही है तू,,इस ख्याल को भी बस एक लम्हा हुआ,,मुझे तोड़ नही अब बिखेर दे मुझे,,की तेरे बाहों में फ़ना हुवे एक अरसा हुआ,, -
तन्हाइयो में भी कभी यूँ न हुआ,,मैं तेरा हूँ, मैं मेरा न हुआ,,फिर सोचता हूं किस घड़ी मेरे लम्हात में नही है तू,,इस ख्याल को भी बस एक लम्हा हुआ,,मुझे तोड़ नही अब बिखेर दे मुझे,,की तेरे बाहों में फ़ना हुवे एक अरसा हुआ,,
तुमने भी सुनी होगी, बड़ी आम कहावत है,,अँजाम का हो ख़तरा तो आग़ाज़ बदल डालो,, -
तुमने भी सुनी होगी, बड़ी आम कहावत है,,अँजाम का हो ख़तरा तो आग़ाज़ बदल डालो,,
गज़ब की रोशनी साहब इस चश्मयी दुनिया की,,,बड़ा बेफ़िक्र होता हूँ जब घर को लौट जाता हूँ,,, -
गज़ब की रोशनी साहब इस चश्मयी दुनिया की,,,बड़ा बेफ़िक्र होता हूँ जब घर को लौट जाता हूँ,,,
कोई रंज न रंजिश न दलील कोई,,बस यूं हुआ फ़ैसला की मुज़रिम हो गया,, -
कोई रंज न रंजिश न दलील कोई,,बस यूं हुआ फ़ैसला की मुज़रिम हो गया,,
रेत सी जिंदगी है मेरी, वो इठलाती है जैसे लहर है कोई,,वो छू कर मुझे बार जाती रही,, मै लिखता रहा बस तेरा वजूद खुद पर,, -
रेत सी जिंदगी है मेरी, वो इठलाती है जैसे लहर है कोई,,वो छू कर मुझे बार जाती रही,, मै लिखता रहा बस तेरा वजूद खुद पर,,
तेरे शहर के वो रास्ते मेरी तनहाई पर बस मुस्कुराते रहे,,मै चलता-चला कदम-हरकदम याद तुम्ही बस आते रहे,,, -
तेरे शहर के वो रास्ते मेरी तनहाई पर बस मुस्कुराते रहे,,मै चलता-चला कदम-हरकदम याद तुम्ही बस आते रहे,,,
तेरा साथ होना अब जरूरी हो गया,,कुछ ऐसा दवा बताया है मेरे दर्द का हक़ीम ने,, -
तेरा साथ होना अब जरूरी हो गया,,कुछ ऐसा दवा बताया है मेरे दर्द का हक़ीम ने,,
ऐ ख़ुदाया मुझमें मुझे तू बसा जा,,कोई जल रहा है किसी दिप की तरह,, -
ऐ ख़ुदाया मुझमें मुझे तू बसा जा,,कोई जल रहा है किसी दिप की तरह,,