चराग़-ए-सहर में इज़्तिराब- सा बैठा हूं, इसी मुराद में कि
कोई नामुराद क़ासिद उसका पैगाम ले आए मेरे जिंदा रहते।।-
चराग़-ए-सहर में इज़्तिराब- सा बैठा हूं, इसी मुराद में कि
कोई नामुराद क़ासिद उसका पैगाम ले आए मेरे जिंदा रहते।।
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अगर विमल पान मसाला नहीं होता तो
बेचारे गरीब लोगों तक केसर कैसे पहुंच पाता ।।
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फ़ौरन किसी फरेबी से इत्तिहाद करा ए-ख़ुदा ।
वर्ना फ़रेफ़्ता हरारत-ए-ग़ज़ीरी मोहब्बत में नाज़ुक पड़ जायेगा।।
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गज़ब हैं ना, जिन देशों में महिलाओं की देवी
बनाकर पूजा नहीं की जाती उन देशों में भी
महिलाओं की दशा हमारे देश से अच्छी हैं ।।
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जिस हिसाब से आजकल तथाकथित गौरक्षक, गौ रक्षा के नाम पर
लूट-मार और कत्लेआम मचा रहे हैं वो दिन दूर नहीं जब गौरक्षक
एक गाली बन जायेगा।
#गौ-राक्षस_कहीं_का
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कब तक तुझे पाने की जिल्लत सहता रहूं ?
कभी ऐसा धोका दे कि हर आस तक टूट जाए मेरी।।
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वो देर से लौटी,उसे शक हुआ ।
वो देर से लौटा, उसे फिक्र हुई ।
किसे मोहब्बत हुई ?
कैसी मोहब्बत हुई ?
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एक अर्से से कुछ नया नहीं लिखा,
एक अर्से से मोहोब्बत नहीं हुई,
एक अर्से से दिल नहीं टूटा ।।
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