हर पल हर लम्हां
आपका ही रहता खयाल है,
आपकी सादगी भी कमाल है
आप तन्हां भी बेमिसाल है,
न जाने किस कश्मकश में
बिति जा रही ज़िंदगी है,
मोहब्बत मुक़म्मल नहीं आपसे
लगता जैसे कोई सवाल है...-
हर कोशिश कर के देख लिया
भुलाये वो हमसे भुलायी जाती नहीं,
अब क्या ही कहें बात तो अब भी
होती है उनसे मगर बातो में अब वो बात नहीं...-
तुम्हें हम पसंद नहीं ना सही
युं ही हर रोज़ हमें नज़र आते रहो,
अच्छा है हम कहीं लिखना भूल न
जाएँ तुम यूँ ही दिल को दुखाते रहो...-
ये प्यार इश्क मोहब्बत के फल्सफ़े हमें न समझाओ
हम एक पल में ऐहसास दिला देंगे तुम्हें,
ये जो हमेशा करते रहते हो हिसाब किताब इश्क़ में,
हम जो करने बैठे तो ख़रीद लेंगे तुम्हे...-
ये दर्द मोहब्बत का है जान मुमकिन नहीं सहना,
जान डाल देता है मुझमें तेरा मुझे जान कहना...-
मैं दिल का
बहुत साफ़ हूं
और सफ़ाई कहां
किसे रास आयी है,
दिल से दिल
का मिलना
मुकद्दर की बात है
वर्ना हर तरफ़ तन्हाई है...-
अभी तुम्हें ऐहसास नहीं पर यकीन मानों
मोहब्बत का असर होगा धीरे धीरे,
अभी मुझे जानकर भी अन्जान बनती हो
तुम्ही एक दिन मेरे करीब आओगी धीरे धीरे,
आज इज़हार नहीं करोगी तो
कल खुद अपने आप को कोसोगी धीरे धीरे,
मैंने तो कोई कमी न की मोहब्बत में मेरी
यह अपने आप ही बेइन्तेहां होता गया धीरे धीरे...-
वो मोहब्बत की बात ही कुछ और है
जो आंखों से शुरु होकर आखरी सान्सों में बस्ते हैं,
कुछ ऐसे लाजवाब रिश्ते होते हैं
जो एहसान से नहीं बल्कि एहसास से बनते हैं...-
गुज़ारिश है तुमसे आओ कभी सेहर तक इतनी बातें करें, कि बात निकाह तक पहुँच जाये,
बातों से अगर यकीं आजाये मेरी मोहब्बत पर तो दुआ करो एक दिन हक़ीक़त में हमारा निकाह हो जाये...-
तुम बिन अधूरा हूं मैं,
संग तेरे पूरा हूं मैं,
कभी जुदा न होना हमसे
तुम बिन न जी सकुंगा मैं...-