हैं राम आये अवध में पावन हुआ यह देश है घर-वीथिका दीपक जले दिखता नहीं तम शेष है, जग हो गया है राममय,बरसी कृपा रघुनाथ की हो पाप पर जय पुण्य का नववर्ष का संदेश है।
छठ व्रत की शुभकामनाएँ। दिनकर का पूजन करें,छठ का पर्व महान बल,विद्या,सेहत, सुयश ,देंगे दयानिधान । --- छठ के खरना की सभी, खाएँ मीठी खीर छँट जाएँगे विघ्न सब, मिट जाएगी पीर।
फूल सूखी डाल पर खिलते नहीं कचनार के बोल भी मीठे कभी होते नहीं तलवार के, स्नेह-रस पाषाण दिल में भी सहज बहता नहीं नफरतों से स्रोत सारे सूख जाते प्यार के।