Anil Kumar Meena   (अनिल)
1.6k Followers · 45 Following

Kabhi kabhi likh leta hun 😃
Joined 23 February 2020


Kabhi kabhi likh leta hun 😃
Joined 23 February 2020
28 FEB 2022 AT 22:36

ओ प्रिय!
बस तेरे नाम की खुशबू है
मेरी तहरीर में अब

-


21 DEC 2021 AT 3:04

कोइ आया है मुद्दत बाद मुझे सुलाने
गुनगुनाता है मोहब्बत का गीत
कुछ इस कदर
जैसे मां गुनगुनाती हो कोई लोरि

-


20 DEC 2021 AT 2:00

महकती हूं
तेरी बदन की
ख़ुशबू में,
जैसे मैं तेरी
पश्मीने की लोई हूं

-


20 DEC 2021 AT 1:51

हजार मजबूरियां थी उसको ना‌ करने की
मैं‌ उस नादान को‌ एक सच्चा झूठ भी न बोल सका

-


4 DEC 2021 AT 1:58

यक़ीनन
मैं जानता हूँ
तेरे लौट के आने पे खुशी होगी मुझे
तेरे चले जाने के गम से ज्यादा

यक़ीनन
उससे ज्यादा कुछ है दुनिया में तो
वो है तेरे लौट के आने का इंतज़ार

-


10 NOV 2021 AT 0:09

मेरे झूठे वादों की गठरी है मेरे सर पे
मैं चाहता हूँ की कुछ खुल के गिर जाए

-


10 OCT 2021 AT 0:10

She resides so deep in me

Whenever I try to pop her
My heart says Stack Underflow,

Whenever I try to push someone
My heart says Stack Overflow

-


3 OCT 2021 AT 2:44

कब आप तुम बने, कब तुम से फिर आप बने
ओ पिया, झिझक होनी लगी है अब आप से मिलने में

कब दिने रात बने, कब रात से फिर दिन बने
ओ पिया, झिझक होने लगी है मुझे शाम के ढलने में

कब अजनबी हमसफ़र बने, कब हमसफ़र से अजनबी बने
ओ पिया, झिझक होने लगी है मुझे तुझे याद करने में

कब कलि फूल बने, कब फूल से फिर कलि बने
ओ पिया, झिझक होने लगी है मुझे तेरा इंतज़ार करने में

कब सच झूठ बने, कब झूठ से फिर सच बने
ओ पिया, झिझक होने लगी है मुझे तेरा ए'तबार करने में

कब 'अनिल' शायर बने, कब शायर से 'अनिल' बने
ओ पिया, झिझक होने लगी है मुझे तेरा नाम लिखने में

-


2 OCT 2021 AT 14:16

झूठ कितना करीब हो गया है मेरे
मैं हर बार उसे सच मान लेता हूँ

-


2 OCT 2021 AT 14:11

झूठ कितना करीब हो गया है मेरे
मैं हर बार उसे सच मान लेता हूँ

पहले पास आने की ज़िद करते हो तुम
फिर मैं तुम पे अपना हक़ मान लेता हूँ

जब देखता हूँ मैं अपनी हाथो की लकीरो को
ख़ुश-फ़हम मैं, तुझे अपना नसीब मान लेता हूँ

दो लफ़्ज़ हस के बात करे वो तुमसे
नासमझ मैं, उन्हें अपना रक़ीब मान लेता हूँ

एक दफ़ा 'अनिल' 'अनिल' कह के दो दफ़ा पुकारा तूने
मुसाफ़िर मैं, तुझे अपना हमसफ़र मान लेता हूँ

-


Fetching Anil Kumar Meena Quotes