हमें दुश्मनों की दुश्मनी से,
कोई डर नहीं लगता है।
पर जब दोस्त ज़ख्म दे,
तो दर्द कुछ ज़्यादा होता है।
अनिल की क़लम से-
This is sun light in cave ,
you can say natural camera.-
जब नदी में बाढ़ आती है, तो नदी के किनारे पेड़ अक़्सर पानी के साथ बह जाते है, और पेड़ पर रहने वाले पक्षी उड़ जाते है।
अनिल कुमार कनौजिया
18/08/2022-
संवाद दो लोगों के एक दूसरे को समझने का ज़रिया है।
पर लोग सोचते है, सभी उनको समझ जाएं।
लेकिन पहल जब तक कोई नहीं करेगा।
तब तक जिंदगी भर अन्य को कोसता रहेगा।
अनिल कुमार कनौजिया-
तोड़ना किसी को ,
बड़ा आसान होता है।
चाहे दिल हो या घर,
बस कुछ लोगों को बर्बाद।
करना अच्छा लगता है,
चाहे जिंदगी हो सुकून।
अनिल कुमार कनौजिया-
सुन लो मेरे अस्तीनों के साँपो,
जितना डासना है डास लो हमें।
जिस दिन मेरे इस जिस्म से रूह
अलग होगी तुम्हें सुकून होगा।
अनिल कुमार कनौजिया-
जिंदगी है रोज इक,
नया सबक़ देकर जाती है।
सोचने वाली बात ये है,
आप सबक़ से सीखते क्या है???
अनिल कुमार कनौजिया-
जिंदगी है रोज इक,
नया सबक़ देकर जाती है।
सोचने वाली बात ये है,
आप सबक़ से सीखते क्या है???
अनिल कुमार कनौजिया-
तुम जितना तोड़ना चाहोगे,
उतना हमें सख्त पाओगे।
माना कि मोहब्बत में कैद हुए,
पर मजबूरी में भी सर न झुकाएँगे।
अनिल कुमार कनौजिया-
कोई रूह में उतर जाता है,
तो कोई रूह से उतर जाता है।
ये जिंदगी का सफर है यारों ,
हर रोज नया सबक़ मिलता है।
अनिल कुमार कनौजिया-