मधुर-मधुर,मध्यम-मध्यम
हो धीरे-धीरे बात सखी,
एक दूजे में डूबे रहे और
बीते सारी रात सखी!
सपने जो देखे इस दिल ने
पूरे हो वो ख्वाब सखी,
तन मन डूबे पावन रस में
पूरे हो जज्बात सखी!
मधुर-मधुर, मध्यम-मध्यम
हो धीरे-धीरे बात सखी!-
आज नहाने खुद गए, यह सूरज का परताप।
देखन में सुंदर लगे, अब तो अपने आप ।।-
धूप धूप धूप
देखो धूप हो रही है,
कोहरा हटा, धुंध घटा
पानी की फुहार से,
ठंड भी अब जा रही है
सूरज की मुस्कान से,
हर कोई नहा रहा है
देखो कैसे शान से,
धूप भी अब आ रही है
सीधे आसमान से,
कपड़े जो गलन भरे थे
वह गलन दूर हो रही है,
धूप धूप धूप
देखो धूप हो रही है।-
ऐ जिंदगी क्यों करती है इतना मजाक हमसे,
लगता है हम रिश्ते में तेरे बड़े खास लगते हैं।
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भाग्य भरोसे साहिल पर कब तक बैठ गुजारेगा राही।
एक कदम बढ़ा शिद्दत से उस पार उतर जाएगा राही।-
लोग सोचते हैं मुझको
बैठ किनारे सागर तट पर
लहरों को गिन रहा हूं मैं,
कौन जानता है मुझको
मोती बिन रहा हूं मैं,
मोती बिन रहा हूं मैं......!
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"ये दुनिया रही मतलब की"
ये दुनियां रही मतलब की ही
हर कोई मतलबी यार मिला,
मैं ही बावला इस दुनिया में
यार अकेले ही प्यार किया।
एक तरफा रहा एक तरफा सही
मैं यार अकेले ही प्यार किया,
प्यार में जागे हम प्यार में सोए
प्यार में खाए हम प्यार नहाए,
प्यार में पढ़ते प्यार में लिखते
दो नयनों में मेरे प्यार ही दिखते,
मत पूछो भला इस दुनिया में
कैसे जिया मैं कैसे जिया।
ये दुनिया रही मतलब की ही
हर कोई मतलबी यार मिला,
मैं ही बावला इस दुनिया में
यार अकेले ही प्यार किया।
बस यार अकेले ही प्यार किया......!-
एक कबाड़ी के हाथ में रख दिया हीरा मैंने,
वह बेकदरी से उसे हवा में उछालता रहा।-
सभी ने अपने-अपने हिस्से की खुशियों को जुटाया है,
दीपक जलाया,पूजा किया और दिवाली को मनाया है।
Happy Diwali 🪔🪔🪔🪔🪔🪔🪔🪔🎇🎇🎇🎇🎇🎇🎇-
ऐ मेरे खुदा!
करना है जो भी कमी मेरी जिन्दगी में कर दो,
एक गुजारिश है मुझे सारी अच्छाइयों से भर दो।-