ये फितरत है लोगो की
तुम क्या बताओगे।
आज अकेला हू इस राह में
इसलिए तुम मुझे सम्झाओगे।
कल को जाके मैं भी खुदसे कुछ निखारके आऊँगा
तुझसा तुझमें तुझसे ज्यादा कुछ होके दिखाउंगा।
मै छूट जाओंगा पीछे
लेकिन हिम्मत को रख अटल मै फिर उगता सूरज बनूंगा।
ढलते देख अंधेरा चाहे मुझसे आगे हो जाए
तो क्या ... उगता देख मुझे अंधेरा भी मेरा तालीम हो जाए।-
Quotes posted on : poison8249
Aaj bhot kuch Sikhaya hai zindagi ne,
Aaj bhot kuch bataya hai zindagi ne...
Girke phir kaise sambhla jata hai,
Sikhaya hai zindagi ne...
Logo ke diye huve dard ko kaise,
Khushi khushi zindagi Mei ghoola jata hai bataya ye zindagi ne...
Mohabbat Mei haarkar phir chehre pe,
Jhooti muskan sawarna Sikhaya ye zindagi ne...
Bheed Mei khoye apne aur khule ankho se dekhe sapno,
Ki ehmiyat bataya ye zindagi ne...
Aaj udas jaroor huva rhunga Lkin,
Khushi khushi kahunga... Sikhaya bhot kuch hai zindagi ne.....-
Ki mujhpe keh diya tb tk theek hai mere apno pe na bole toh acha hai.
Aur jo phir bhi ye gustakhi kr rhe Hai abhi keh rha hu ye udta teer na le toh acha hai-
Anubhuti nhi mere yaaro ko ki mujhe pta hai vo mere yaar nhi
Meri baat bas itni h mujhe bhi ab farak nhi vo mere pass nhi-
मैं बंध चुका हू बंदिशों से मैं उड़ने को तडपता हूँ।
में जीते जी मर चुका मैं खामोश होने को तडपता हूँ।।
विरासत में मिली खुशी जाने कितने दिन तक चलती है।
मैं दहेज मांग दुख ले आया अब उसके बोझ से तडपता हूँ।।
एहसास कुछ अलग सा था उसे मोहब्बत का नाम दे आया
साथी साथ ना निभा सका अब उस एहसास को तडपता हूँ।।
मेरे साथ जो चलते थे आज उन्हें उनके मुकाम पे देखा है।
मैं अपनी जूस्तस्जू खुद मार बैठा अब ख्वाहिशों को तडपता हूँ।।
गैरों में भी अपने ढूँढे हार के भी मुस्कुराया में
उनकी खुशियो का भागी बनू बस यही सोचके तडपता हूँ।।-
जीवन के हर मोह का मैं भागी हू
मैं हर जीत हार से परे राहू वही त्यागी हू।
जीवन के दुख और सुख को जी चुका
मैं साई का नाम लेता हू मैं उसी के भागो का पुजारी हू।-
रिश्ते नाते टूट गए
सब एक कमरे में छूट गए
क्या चाहत थी सपनों की
क्या मंजिल मिली ख्वाहिशों की
पत्र लिखते भूल गए
सब SMS में कह गए
मोहब्बत मोहब्बत कहते कहते
केवल जिस्म में ही रह गए-
मेरी जिंदगी कि दौड़ में सुकून बड़ी महंगी हो गई है
कुछ दूर चलने पे दिखा मेरी अहमियत उसकी जिंदगी में मैली जो हो गयी है।-
Vo baat un Andheri raat ki
Na saath kahi na baat rahi
Ki aap Mei jo baat thi
Jaise dil ke jazbaat kayi
Tumhari ankho ko jo padh liya
Mei choot gaya so dub gaya
Tu haat thamte reh gayi
Mei choot gaya so dub gaya
Meko bandh kothri kali Mei
Pyaar mohabbat ke Adi mei
Tu lafz kehti reh gayi
Mei ishq samajte reh gaya
Tu muskurake mud gayi
Mei amrut samaj ke pi gaya
Jo Mei Maan gaya so tham gaya
Jo Mei choot gaya so dub gaya
Ke badle the halat jaise
Jaise Ritu se sard ayi...
Mei mukhote itne dekh aya
Jaise gaali Mei nayi kilkari ayi
Tu chod gayi thi iss kadar
Mei baat chalate reh gaya
Mei soch ke halat apne
Mei choot gaya aur dub gaya-
सवेरा तो इसबार भी खिलेगा
लेकिन तैयार होके सुबह माता पिता के पैर छूने को हम ना हो
की दिए तो इसबार भी जलेंगे और रंगोलिया इसबार भी बनेगी
बस उससे बचते बचाते भागते हमारे पैरो से खराब करते हम ना हो
फटाके तो इसबार भी फूटेंगे
लेकिन शायद इस बार उन्हे जलाने के लिए उस छत पर हम ना हो
मिठाई तो इसबार भी बनायी जाएगी
लेकिन उन्हे खाने को शायद हम ना हो
कपदे तो इसबार भी खरीदे जाएंगे
लेकिन तुम उसमें जच रहे हो या नहीं ये बताने को माँ हमारे पास ना हो
लक्ष्मी की पूजा तो इसबार भी होगी
और उनन पैसो में से एक नोट हमारे लिए भी होगा बस उन्हे पापा से लेने को हम ना हो
खुशियां तो आज भी घर के आंगन में उछलेगी
लेकिन उनकी किलकारीयो के बीच शायद झूमते हम ना हो
दिवाली तो इसबर भी मनायी जाएगी
बस इसबर घर के एक हिस्से के अशियाने में हम ना हो-