महबूब मिले न मिले ,
बस मोहब्बत मिल जाये...-
महीनों से जिस पेट्रोल पम्प में पेट्रोल डलवा रहा था
वो बहुत अच्छा पेट्रोल दे रहा था ,
ज्यादा वक्त भी नही लगाता था...
फिर कल एक नया पेट्रोल पम्प खुला
और आज ही मैं अपनी टंकी फुल कराने वहां चला गया...
- मानव प्रवत्ति-
जब जूस वाला 1 गिलास जूस देने के बाद 10ml
जूस बाद में दे दे तो इसकी खुशी 13 मिनट ही रहती है...
वहीं अगर 1 गिलास जूस में थोड़ा सा 5ml भी जूस कम रह जाए तो इसका दुख 2घण्टे से ज्यादा रहता है...
क्योंकि मनुष्यों की आदत ही है दुखो को बढ़ाकर पेश करने की....-
रक़ीब तब तक ही खुश थे,
जब तक उन्हें खुद के रक़ीब होने का अहसास न था...
-
कब तक रहोगे मर्यादाओं में ,
चलो अब कुछ भूल करें...
पेड़ का गुलाब झड़ जाएगा ,
खुद को कागज का फूल करें...-
मैं अपने दौर-ए-हयात का ,
हर हिस्सा मिट्टी में दफना दूं...
गर एक बार तुम मेरी ,
कहानी में आ जाओ...
-
इस दर्मियान ,
इन महफिलों कुछ शख्स वो मिले ,
कुछ ख़्वाब टूटे , कुछ साथ छूटे
कुछ सिलसिले हुए...
-
फ़क़त इतना भी अफसुर्दा न था मैं ,
गर ये लफ्ज़ वो समझ जाएं,
तो हम भी मैखाना छोड़ अपने घर जाएं...
-
सिर्फ मैं ही नहीं गुनाहगार
इस जुर्म का ,
जब मैने पूछा था
कि कोई न मिला तो फिर क्या करोगी,
तो उसने ही कहा था - "तुम हो न"-