धैर्य धारण करने की भी पराकाष्ठा होती है,
इस पराकाष्ठा को पाते ही व्यक्ति मृत्यु को पा लेता है।।-
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कलम ही प्यार है।✍️
Single😋
05 march 🎂 (21)
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धैर्य धारण करने की भी पराकाष्ठा होती है,
इस पराकाष्ठा को पाते ही व्यक्ति मृत्यु को पा लेता है।।-
ऐसा नहीं है कि उसने मुझसे कभी बात नहीं की,
बस उसने कभी मेरी बात नहीं की।।-
मैं तेरे मिलने पर ही कितना रोया था,
सोच तेरे बिछड़ने पर मेरा क्या होगा।।-
मैं जानबूझ कर रूठता नहीं तुझसे,
मैं जानता हूं कि तू मुझे मनाएगा भी नहीं।-
आज हर शख्स तारीफ़ किए जा रहा है,
गर ऐसा मालूम होता तो कभी का मर जाता मैं।।-
तू बहुत गफलत में डाल गया है मुझे,
मैं खुद को गलत समझूं या तुझे सही।।-
मैं ताउम्र बस इसलिए जिया,
की हर रोज़ तुझे याद कर कर मर सकूं।।-
कितना भारी है ये ज़िंदगी का बस्ता मेरा तुम नहीं समझोगे,
इसमें किताबों की जगह उम्मीदों का बोझ है।-
कितना कुछ सीखा मैनें तुमसे बयां भी नहीं कर सकता,
बस तुम्हें समझना मेरी हद में नहीं था।।-
मेरे क़दम नहीं लड़खड़ाए आज तक,
मैनें पापा की उंगली पकड़ कर चलना सीखा था।।-