Aniket Kumar   (Aniket)
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आए हो तो फॉलो कर के ही जाओ
Joined 17 July 2020


आए हो तो फॉलो कर के ही जाओ
Joined 17 July 2020
7 NOV 2022 AT 21:25

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25 SEP 2020 AT 18:31

ऐसा नहीं है कि इस शहर में लड़कियों कि कमी है...
ऐसा नहीं है कि इस शहर में लड़कियों की कमी है...
पर मेरे इस दिल के आसमां की बस तू ही ज़मीं है।
❤️❤️

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25 SEP 2020 AT 17:33

बिहार के लोगों को अब सही लोकतंत्र के मायने समझने होंगे,
किसी को 2दिन का खाना देना सरकार का काम नहीं,
सरकार का काम हर जनता को उसकी काबिलियत के अनुसार रोजगार देना है।
यही सोच के साथ हमे बिहार के नकली नेताओं को खदेड़ना है।
अबकी बार Plurals की सरकार।

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25 SEP 2020 AT 17:01

महिलाओं की भागीदारी केवल सरकारी कागजातों के पन्नों पर नहीं बल्कि सत्ता के शीर्ष पे हो,
अबकी बार बदल दो बिहार,
पुष्पम प्रिया चौधरी मुख्यमंत्री उम्मीदवार
Plurals से जुड़े-7992234399

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25 SEP 2020 AT 16:57

बिगुल बज चुका है,
अबकी बार नकली नेताओं को गाजर मुली बना के चबा जाना है..
युवाओं का जोश और बुजुर्गों का अनुभव
Plurals सबका शासन।
बिहारी शब्द को अब गाली नहीं,
बिहारी को एक मुकाम तक पहुंचना है।
Plurals से जुड़े- 7992234399

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25 SEP 2020 AT 16:43

इस बार कुछ कहना और सुनना ही नहीं है...
अबकी बार बदल दो बिहार

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4 SEP 2020 AT 11:34

तू कुछ कर गुजर जाएगा,
ये तेरे देश का सरकार है,
तेरे सपनों को कुचल जाएगा।

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4 SEP 2020 AT 11:24

सराफत को तो शर्माना ही था, बात जो तेरी थी
महफ़िल में हमे झुकना ही था, आखिर महफ़िल जो तेरी थी।

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23 JUL 2020 AT 22:05

ज़िन्दगी का मतलब नहीं पता था, मगर जी लेता था..
मयखाने में गया नहीं कभी मगर आंखों से जाम पी लेता था,
मनमौजी सा था मै, कॉपियों दोस्तों में अपने पूरी दास्तां लिख लेता था
ज़िन्दगी का मतलब नहीं पता था, मगर जी लेता था..
एक दिन अचानक से तुम आए
ऐसा लगा जैसे कुछ हुआ,
किसी ने इस मनमौजी को अंदर ही अंदर छुआ
बातें करनी आती नहीं थी मगर बातें रख लेता था,
ज़िन्दगी का मतलब नहीं पता था, मगर जी लेता था..
धीरे धीरे तुमने बदल के रख दिया,
वो बोलने का तरीका,
वो बातें करने का ढंग,
वो हंसना वो मुस्कुराना,
वो अत्यधिक बातें करना बस तुम्हारे संग,
वक़्त बीतता चला, करीब तुम्हारे होता गया
हर जरूरत पे बस तुम्हे पास पा लेता था,
ज़िन्दगी का मतलब नहीं पता था, मगर जी लेता था..
मनमौजी सा था मै, वक़्त पे संभाल सका ना खुद को,
तुमने मुझे तो बदला लेकिन रोक सके ना खुद को,
जाते जाते मुझे तो बदल दिए, लेकिन अलग कर गए खुद को,
संभाल तो लेता हूं पर रास ना आती ये ज़िन्दगी अब मुझको..
संभाल तो नहीं पाता खुद को मगर जी लेता हूं,
ज़िन्दगी का मतलब भी पता है..
मगर मै मनमौजी इस ज़माने के सारे विष तेरे बगैर ही पी लेता हूं..



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21 JUL 2020 AT 16:40


उसके साथ रहते रहते हमे चाहत सी हो गयी,
उससे बात करते करते हमे आदत सी हो गई,

एक पल भी न मिले तो न जाने बेचैनी सी रहती है,
दोस्ती निभाते निभाते हमे मोहब्बत सी हो गई

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