जब सब कुछ ओछा लगता है,
और कुछ भी रास नहीं आता।
जब आस का साथ नहीं होता,
बस, माँ का ख़्याल आ जाता है।-
कभी हरामी, तो कभी शरीफ़ है।
इक पल अमीर, तो दूजा गरीब है।
नज़रों का फेर ही है सब कुछ,
किसी ना किसी के लिए, हर कोई अजीब है।
-
Rishta tha jo mera usase abhi tak,
Apna sa tha, bahut gehra sa tha.
Ab sirf yaadon mein jaaya karunga,
Jahaan main kayi saal thehra sa tha.-
सब चाहते हैं वो, जो चाहते हैं सब।
कोई जानता नहीं, कि वो चाहता है क्या ।-
जब अंधेरा अक्सर तुम्हें रोशनी देने लगे,
सन्नाटा, भीड़ से ज़्यादा बातें कहने लगे,
अपनों के बदले, अपना साथ अच्छा लगने लगे,
तो तुम समझ जाना, कि अब तुम बातें समझने लगे।
-
कोई दूर से तुमको बुला लेगा,
जो पास है, दूर हो जाएगा।
जो पास में हो, तो दूर ना हो,
ये पल फिर, पास ना आएगा।-
भेड़चाल है बस, कोई सपना नहीं है।
अपने हैं लेकिन, कोई अपना नहीं है।-
अगर साथ चलते तो तुम जान पाते,
कि मन में व्यथा है तो है किस वजह से।
बदले से तुमको, नज़र हम हैं आते,
तो दिखता कि बदले हैं हम किस तरह से।-
Dear KK,
I’ll always love you for,
- Agar mile khuda toh….
- Chand lamhaat ke waaste hi sahi..
- Tere saath saath aisa…
- Bechaara kahaan jaanta hai…
- Aankhein teri shabnami…
- Tum kyun chale aate ho…
- Kuchh aisa kar ke dikha…
- Chupke se kahin…
- Main tere main tere kadmo mein..
- Kal ki hi baat thi…
And many more jewels 💎.-
उम्मीद नहीं रखता तुमसे,
पर सही ग़लत का ज्ञान तो है।
कुछ करने को मैं कहता नहीं,
पर मेरे कुछ अरमान तो हैं।-