एक शक्श . . .
एक शक्श प्यारा सा
खाली खाली सा
पर समंदर सा
कुछ खुभीया कुछ नायाबियो से
भरा भरा सा. . .
एक शक्श . .
एक शक्श बवंडर सा
तेज़ हवा से बहता
पर रूकी हुई झील सा
शांत शांत सा
एक शक्श नया नया . .
पर सदियों से अपना सा ।
Jan 14 2020-
बेखबर है रिहायते ए इश्क से
पहली दफा जो मुकम्मल ख़्वाब हुए है
कोशिश करते है उन्हें खिलाने की
कलियां जो बंजर दिल की ज़मीन पर आबाद हुए है-
काल चंद्र फार रुसला
रूसूनी ढगा मागे जाऊनी लपला
लाजतानी काय बघितलं तिला
तू मला विसरला, तो रडत बोलला-
नशीब तुझं माझं
अस काही जुडून अाल
सार जग सोडून देवाने तुला
माझ्या मिठीत आणून सोडलं-
गर्द काळोख आकाश, चांदण चांदण राती
चाललो सागरी किनारी घेऊनी हात हाती
प्रेम धुंदीत सागरी वारा गातो प्रेम गाणी
मिठीत तुला घेता वादळ वादळ ठाई
नजरेस भिडता नजर
लागी प्रेम स्पर्शाची चाहूल
आणि
स्वप्न मोडत मोडत वाजू लागली गजर-
तेरी चाह में खो जाऊं
तेरी आंखों में सिमट जाऊं
तेरे इत्र से महकाऊ, दिल का कोना कोना
तेरे इश्क़ में भुल जाऊं सारा ज़माना
खुदा जो लिखना चाहें
किताब ए इश्क तो
हर एक पन्ना बयां करेगा
तेरे मेरे उल्फत का फ़साना-
अल्फाजों से जो बया हो पाए
हालात इतने भी सरल नहीं
आपके प्यार ने कुछ ऐसा
हस्र किया
हम होष में नहीं हम बेहोश भी नहीं-
तू सामोर येता माहोल
असा बदलतो काही
तुला मिठीत घेता
स्पंदनासी स्पंदने साद घाली
ही मिठी असी की
श्वास घेण्याइतकही अंतर
तुझ्या माझ्यात उरले नाही . .-
जाने किस जहां में जी रहे थें
आप से मिल कर ' जाना ' जिन्दग़ी से गुमनाम जी रहे थें
' चासनी ' तो आप हो
हम नादान सहद को मीठा समझ चखते जी रहे थें . . .-
मै खुद से निकल तुझमें समाना चाहता हूं
हर पल बस तेरे साथ होना चाहता हूं
बेवजह है सब ख्वाहिशे
बस तेरे ख्वाहिश में जीना चाहता हूं
तेरे हर हसीं के वजह
हर दर्द की दवा बनना चाहता हूं
तू वो चांद है जिसकी मै रोषणी
तू सूरज है तो तेरी किरणे बनना चाहता हूं
कभी ना भूल पाओ ऐसा किस्सा होना चाहता हूं
तेरे हर किस्से का में वो प्यारा हिस्सा होना चाहता हूं
में तो बस
जिन्दगी भर लिए तेरा होना चाहता हूं-