बुझा-बुझा सा रहता है जो अंदाज दिन भरशाम होते ही तेरे नाम की हवा से दहक उठता है - Andaaz Rahul
बुझा-बुझा सा रहता है जो अंदाज दिन भरशाम होते ही तेरे नाम की हवा से दहक उठता है
- Andaaz Rahul