Its the most beautiful
Feeling
In the world.-
कब तक उसके साथ के लिए दुआ में अपने हाथ उठाओगे,
बस करो कितनी देर ओर अब पछताओगे,
शहर, दोस्त, नंबर सब बदल लोगे,
मगर उसकी यादों से अपने आप को कैसे बहलाओगे,
जो चला गया उसे भुलाने की कोशिश तो कर आँचल,
अब रास्ते के मुसाफ़िर के लिए कब तक राहे तकते जाओगे,
पूछे कोई अगर तुमसे केसी थी आँचल दोस्ती में तुम्हारे साथ,
तो कह देना सबसे छोड़ो अजीब थी वो तुम सब नही समझ पाओगे।-
पंछी बनना है तो मुझ जैसा बन,
रिहा होके भी जो उसके पिंजरे में रहता है,
नदी बनना है तो उस जैसा बन,
किनारों के पास रह के भी जो उनसे दूर बहता है,
आसमान बनना है तो उस जमीन का बन,
बारिश के पानी से जो उसे अपने दिल की बात कहता है,
बनना है तो उसके काजल सा बन
रहना भी ना चाहे पर फिर भी उसकी आंख में रहता है।-
Husband wife talk
अपनी इज़्ज़त को कुछ इस तरह बचा लिया,
कभी आंखे दिखा दी, तो अभी सिर झुका लिया,
आपसे नाराज़गी को कभी लम्बा चलने ही ना दिया,
कभी वो हँस पड़े तो कभी मैं मुस्कुरा दिया,
रूठ कर बैठने से भला घर कहां चलता है,
कभी उन्होंने गुदगुदा दिया कभी मैने मना लिया,
खाने पीने की कमी कभी होने ही ना दी,
कभी गर्म खा लिया तो कभी बासी से काम चला लिया,
मिया हो या बीवी दोनो एक बराबर है,
कभी खुद राजा बन गए तो कभी उन्हें बॉस बना दिया।-
थोड़ा सोचूँ फिर एक बात लिखू,
कैसे तेरे बारे में पूरा एक साथ लिखू,
तेरे इश्क़ को अपने साथ लिखू,
या मेरे हाथों में तेरा हाथ लिखू,
तुझे देख फिर तेरी कोई बात लिखू,
तारीफ़ लिखू कोई या कोई फरियाद लिखू,
तेरे चेहरे का नूर लिखू या
खिलता कोई फूल लिखू,
तेरे साथ खुद को आबाद या
तेरे बाद सबकुछ बर्बाद लिखू,
तुझे दिन या खुद को रात लिखू,
बता आज कौन सी हमारी बात लिखू।
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चेहरे का नूर कितना भी खास हो चाहे,
मेहबूब के दिये दोखे से उतर ही जाता है,
यह सोचकर अब मैने उदास होना छोड़ दिया,
वक़्त जैसा भी हो एक ना एक दिन गुज़र ही जाता है,
दिल रखने को कर तू चाहे हज़ार वादे,
निभाने के वक़्त हर शख़्स मुकर ही जाता है,
देखा है मैने कैसे धीरे धीरे रिश्तो की घुटन से,
पंखों से लटकर कैसे कोई मर जाता है।-
ना जाने कुछ सालों बाद क्या होगा,
कौन मेरे साथ ओर कौन मेरे खिलाफ होगा,
मिलते रहेंगे हम तो आकर तुझसे तेरे गांव में,
तू आ ना सके इससे मेरा दिल कौन सा तेरे खिलाफ होगा,
तेरी खातिर हर एक से दुश्मनी मोल लिए फिरते थे,
तेरे जाने के बाद तो मेरा भी गुंडो जैसा हाल होगा,
तेरी खातिर बिना सोचे छोड़ा था अपनो को,
हम कैसे भूल गए अंत में हमारा भी तो वही हाल होगा।-
ढूँढू किसी को भी अंत में पाता सिर्फ तुम को हूं मैं,
पता नही कैसा रिश्ता है ये जो तेरे बाद भी निभाता हूं मैं।-