हे त्र्यंबकेश्वर, नागेश्वर, विश्वनाथ
ओम्कारेश्वर,भीमाशंकर,सोमनाथ
भीमाशंकर,रामेश्वरम, महाकालेश्वर
मल्लिकार्जुन, केदारेश्वर, वैद्यनाथ।।
हे दीनदयाला देवों के देव आदिदेव
के शिव-परिवार को बारम्बार प्रणाम
हे बाघाम्बरधारी,त्रिशूल-डमरू वाले
को जपती रहूं हरेक पहर लेकर नाम।।
हे त्रिनेत्रधारी,औघडनाथ,उमापति करो
अपनी सभी प्रिय वस्तुएं प्रभु स्वीकार
हो जाये गर कोई त्रुटि मुझसे तो दे देना
ईश्वर क्षमा और कर देना मेरा बेडापार।।
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