I will just keep all the alarms closed tonight...
I just want to sleep without the snooze... ! #प्रtiक्षा-
कई दिनों से, मेरे हृदय को
कि हम छिपकर मिल सकें
एक दूसरे से विदा लेने को..
काश रात कभी
रात होना हीं भूल जाए..
और कभी सूरज भी बीमार पड़े
समय भूल जाए चलना,
और बादल रुककर श्रृंगार करे..! #प्रtiक्षा
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मिलने गई मैं जब जब माधव तुमसे..
रह गई तब तब मैं दंग, भाव देखकर लोगों के
कैसे सब मलंग.. यहीं प्रतिक्षा लेकर
लौटी मुझमें भी हो ये रंग ..
मैं तेरी तू मेरा माधव.. इसी प्रेम के संग..! #प्रtiक्षा-
knowing the unknown
embrace the unborn..
It cries for me and you
where he lives unbound..
My heart cries for the
right place..
it's confusing and my
feelings are misplaced..
It cries to be found not to be
chased to be chosen not just
be placed .. ! #प्रtiक्षा
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सर्वदा वो पहली हीं हुई..
जो उसकी उपस्थिति से थी..
बिना स्पर्श हीं स्पंदन, उसका
यूं बगल से गुज़र जाना हीं चुम्बन!
एक हर्ष उसकी एक झलक हुई..
प्रेम कई रूपों में होता है और
हो सकता है.. किसी स्थान से
आगे, धन दौलत से कहीं अधिक..
एक इंसान में सीमित..
पहली मोहब्बत ..
तभी पहेली हुई..! #प्रtiक्षा-
हंसने की अब शाम हुई
आंसुओं ने भी बहुत अंधेरे
देखे थे.. उनकी सुबह भी
कमाल हुई..
मंडपों में ही नहीं है शक्ति
घरों में भी कैद है..
इन्हें बेदम मारा है लोगों ने,
इनके सपने खप्पर के राख
की तरह छिटके हैं..
ये अपमान से तिलमिलाई हैं
शिव ने कंठ में रोक लिया था ..
जहर इनके नसों में है !
इन्हें भी हंसने का मन है
खिलखिलाने का शौक है..
क्यों नहीं दिखती बेटियां अपनी
इनके भीतर..? #प्रtiक्षा
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वो जताते बहुत हैं,
निभाना भूल जाते हैं..
कहते रहते हैं "हम हैं, हम हैं"
मग़र होना भूल जाते हैं..! #प्रtiक्षा-
रोने को महा सागर है और हंसने को समंदर, माना हंसने की वजह कम है.. लेकिन वो श्रेयस्कर है इस जहां में, निकलो अपने कमरे से बाहर, सूरज को हीं देखने निकलो, मगर निकलो तो सही. उससे कोई नहीं पूछता है कि "आज तो बहुत जले हो भाई" फिर भी वो रौशन है आकाश में निरंतर.. अपने सूरज खुद बनो, कोई नहीं आएगा तुम्हारे लिए या मेरे लिए..🪻 #प्रtiक्षा
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