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जहां जो अच्छा लगता ह... read more
हां तो कुछ यूं,
अर्ज किया है...
ए काश.. मैं कुछ ऐसा कर पाऊं,
सबके चेहरे की मुस्कुराहट वापस ला पाऊं...
मिल जाए मुझे अलादीन का चिराग,
जिससे मैं सबको, सबके बाबू से मिलवा पाऊं..
🤣🤣🤣-
इतना घमंड ना कर ओ बंदया,
जो भी है तेरा, सब यही धरा रह जायेगा..
मिट्टी से ही तो जन्मा था,
एक दिन, मिट्टी में ही मिल जायेगा..
संग जायेंगे जो तुम्हारे,
वो सिर्फ तुम्हारे, अच्छे कर्म होंगे..
ना वो बड़े बड़े बंगले,
ना ही, मिट्टी के घर होंगे..
ये करोड़ो की संपत्ति,
या रुतबा तुम्हारा, कुछ भी काम ना आएगा..
जो कर दिया भला,
जीते जी किसी का, जिंदगी भर दुआएं पाएगा.
वरना मरने के बाद तो,
कोई भी हो, अच्छा ही कहलाएगा..-
जो मां बाप का साथ नही छोड़ते,
स्वयं महादेव भी उनका हाथ नही छोड़ते...-
जरूरी नहीं तुम सबको खुश रख सको,
लेकिन किसी के आंसुओ की वजह ना बनना,
बस...... इसका ख्याल रखना...
खुल के मुस्कुरा सको तुम भी,
दूसरों की शैतानियों पर,
अपने अंदर इतना बचपना बचाए रखना..
दिल जो दुखा दे कोई तुम्हारा,
तुम कर सको उसे माफ,
हो सके तो अपना दिल इतना साफ रखना.
रो तो, हर कोई रहा है इस दुनिया में,
किसी के होठों पर ला सको मुस्कुराहट,
अपनी बातों में इतनी मिठास रखना...
खत्म सी हो रही है, इंसानियत आजकल,
फिर भी ज्यादा ना सही, खुद के अंदर
थोड़ी सी इंसानियत जरूर रखना....-