झुठे हैं वो लोग, जो कहते हैं ...तू रूठता बड़ा हैंतुझे सुना तो पाया, कि ....तू तो बरसों से टूटा पड़ा हैं -
झुठे हैं वो लोग, जो कहते हैं ...तू रूठता बड़ा हैंतुझे सुना तो पाया, कि ....तू तो बरसों से टूटा पड़ा हैं
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कि तुम सम्भल जाना मेरी जान, यहां इकरार, इजहार और कुछ इरादे होगे इश्क की गलियों मे उनके हज़ार वादे होंगे। -
कि तुम सम्भल जाना मेरी जान, यहां इकरार, इजहार और कुछ इरादे होगे इश्क की गलियों मे उनके हज़ार वादे होंगे।
मैं युही अपनी नाराज़गी जाहिर नहीं करतीजब तक कोई मेरा अज़ीज़ ना हो,तो जो लोग पूछते हैं कि अनान्या नाराज़ हो क्या?मैं उनसें पुछना चाहतीं हूँ..कि आप, अनान्या के खास हो क्या? -
मैं युही अपनी नाराज़गी जाहिर नहीं करतीजब तक कोई मेरा अज़ीज़ ना हो,तो जो लोग पूछते हैं कि अनान्या नाराज़ हो क्या?मैं उनसें पुछना चाहतीं हूँ..कि आप, अनान्या के खास हो क्या?
मैं नहीं हूँ तुम्हारे किस्सों मे,ज़ाना, तुम बहुतों के हिस्सों मे हो.. -
मैं नहीं हूँ तुम्हारे किस्सों मे,ज़ाना, तुम बहुतों के हिस्सों मे हो..
ना जाने इन ऩजरो को क्या मसला हैं,जो किसी के सामने झुकती नहींवो उनके सामने उठती ही नहीं.. -
ना जाने इन ऩजरो को क्या मसला हैं,जो किसी के सामने झुकती नहींवो उनके सामने उठती ही नहीं..
दिन चाहे कैसा भी हो,होठों पर मुस्कान रखती हूँलोग चाहे जैसे बोले,ज़नाब मैं अपने लेहज़े पर कमान रखती हूँ। -
दिन चाहे कैसा भी हो,होठों पर मुस्कान रखती हूँलोग चाहे जैसे बोले,ज़नाब मैं अपने लेहज़े पर कमान रखती हूँ।
सुनो, मोहब्बत हैं मुझे तुमसे क्या तुम भी इश्क़ जताओगे? क्या मेरे बचपने से लेकर हमारे बुढा़पे तक का सफर मेरे साथ निभाओगे.. -
सुनो, मोहब्बत हैं मुझे तुमसे क्या तुम भी इश्क़ जताओगे? क्या मेरे बचपने से लेकर हमारे बुढा़पे तक का सफर मेरे साथ निभाओगे..
कि उनसें बात ना हो, तोएक दिन भी एक अरसा लगता हैंऔर जो वो मुस्कुरा भी दे, तो हर लम्हा एक जलसा लगता हैं -
कि उनसें बात ना हो, तोएक दिन भी एक अरसा लगता हैंऔर जो वो मुस्कुरा भी दे, तो हर लम्हा एक जलसा लगता हैं
She doesn't like good morning textsIrony is.. Her day is incomplete without his morning wish! -
She doesn't like good morning textsIrony is.. Her day is incomplete without his morning wish!
वो इजहार करते नहीं और हमें इकरार करना नहीं आता,वो वजह देकर नराज होते नहीं और हमें बेवजह मनाना नहीं आता। -
वो इजहार करते नहीं और हमें इकरार करना नहीं आता,वो वजह देकर नराज होते नहीं और हमें बेवजह मनाना नहीं आता।