हम ऐसे जिएंगे कि.............
मरने के बाद भी ज़िंदा रहेंगे-
अजनबी:. मैं तुम्हारे साथ नही रह सकता तुम्हे वहम की बीमारी है
अनन्या:. हां
मेरा सबसे बड़ा वहम था तुम मेरे हो-
जहां पहुंचने के लिए इंसानों के ऊपर
लात रख कर जाना पड़े
हमे ऐसी मंज़िल की ख्वाहिश नही ......🙏🙏-
उदासियां मेरे मन को ऐसे घेर रही हैं
जैसे सूर्यास्त के बाद घेर लेता है अंधेरा धरा को........-
जिस प्रेम ने आप में जीने की तृष्णा न भरी हो
जिस प्रेम ने आपको समझदार न बनाया हो
अगर प्रेम में पड़कर आपने ये नही सीखा कि जीवन सिर्फ अपने लिए जीने का नाम नहीं बल्कि कभी कभी दूसरों की खुशी मे अपनी खुशी ढूढने का नाम है
तो फ़िर वह प्रेम नहीं सिर्फ एक आकर्षण है-
मैं अपनी तकलीफें किसी से नहीं कहता
पर विश्वास है मुझे कि एहसास है तुझे मेरी तकलीफों का-
मैं खुद को बदल चुका हूं इस हद तक कि
अब किसी भी प्रिय का बदलना
मेरे हृदय को व्यथित नहीं करता-
रास्ते चाहे जितने मुश्किल हों
मेरा हाथ तुम्हारे से कभी नही छूटेगा....
लेकिन वादा करो
मंज़िल से पहले नहीं रुकेंगे कदम तुम्हारे भी-
मैं उस इंसान को हमेशा
ये सोच कर पूजती रही कि शायद
पूज पूज के पत्थर एक दिन मूरत बन जाए..........-