Anand Sharma   (आनन्द)
313 Followers · 420 Following

Quietest soul in the crowded room 😇
Joined 16 May 2018


Quietest soul in the crowded room 😇
Joined 16 May 2018
23 OCT 2022 AT 22:49

Virat kohli with a bat is like Albus Dumbledore with elder wand

I can watch it all day

-


5 OCT 2022 AT 22:08

रावण ही सबके मन में है..
श्री राम तो अभी भी बन में हैं..

-


21 APR 2021 AT 12:21

रावण ही सभी के मन में है..
श्री राम तो अभी भी वन में हैं..

-


1 SEP 2020 AT 17:12

मुझे मालूम नहीं कैसे करतें है ख़ूबसूरती की तारीफ,
मेरे नज़रों में तो खूबसूरत वो है, जो तुमसा दिखता है...
मुझे मालूम नहीं प्यार किसे कहते हैं,
मेरे नज़रों में तो प्यार वो है, जो मुझे तुम्हारी आंखों में दिखता है...
मुझे मालूम नहीं फिक्र क्या होती है,
मेरी नज़रों में तो फिक्र वो है, जब तुम मुझे रोज़ काढ़ा पीने को बोलती हो...
मुझे मालूम नहीं सुकून क्या होता है,
मेरी नज़रों में तो सुकून वो है, जो मुझे तुम्हे देख कर मिलता है...

मुझे तो बस इतना मालूम है कि तुम मेरी हो, और मैं तुम्हारा ❤️

-


9 MAY 2020 AT 23:54

जब जब गिरा हूं मैं, माँ मुझे संभाला है तूने..
मेरे कदमों की आहट, दूर से ही पहचान है तूने..
माँ तेरे लिए क्या लिखूं मुझे समझ नहीं आ रहा..
चोट लगी है जब भी, मुझे हमेशा संभाला है तूने..
ज़िन्दगी का हर पाठ मुझे तू पढ़ाया करती है..
माँ.. हमेशा क्यूं मेरे चेहरे पर तू काला टीका लगाया करती है..
भूख लगती है जब भी, तेरे पकवान क्यों याद आते हैं..
तेरे सिखाए नुस्खे अब मुझे लॉकडाउन में काम आते हैं..
मेरी हर बचकानी ख्वाहिशें तू हमेशा मान जाया करती है..
मैंने खाना खाया या नहीं, तू हमेशा कैसे जान जाया करती है..
तेरी गोद में सर रख कर सो जाने को दिल करता है..
माँ, बचपन की वो लोरी आज फिर से सुनने को दिल करता है..

-


8 APR 2020 AT 20:26

भक्त मैं भी हूं, पर इंसानियत का और अपने बजरंगबली का

-


5 APR 2020 AT 7:45

दीप ज्योति परम ज्योति दीपज्योति जनार्दन:
दीपो हरतु मे पापं दीप ज्योति नमोस्तुते!!
शुभं करोतु कल्याणं आरोग्यं सुख सम्पद:
द्वेस बुद्धिर्विनासय आत्म ज्योति नमोस्तुते !!

-


1 APR 2020 AT 14:28

ସୁନ୍ଦର ମନ୍ଦିର ମଣ୍ଡିତ ଦେଶା,
ଚାରୁକଳାବଳୀ ଶୋଭିତ ବେଶା,
ପୁଣ୍ୟ ତୀର୍ଥଚୟ ପୂର୍ଣ୍ଣ ପ୍ରଦେଶା
ଜନନୀ, ଜନନୀ, ଜନନୀ॥

ଉତ୍କଳ-ସୁରବର-ଦର୍ପିତ-ଗେହେ,
ଅରିକୁଳ-ଶୋଣିତ-ଚର୍ଚ୍ଚିତ ଦେହେ,
ବିଶ୍ୱଭୁମଣ୍ଡଳ-କୃତବରସ୍ନେହେ,
ଜନନୀ, ଜନନୀ, ଜନନୀ॥

କବିକୁଳ ମୌଳି-ସୁନନ୍ଦନ-ବନ୍ଦ୍ୟେ,
ଭୁବନ-ବିଘୋଷିତ-କୀର୍ତ୍ତିଅନିନ୍ଦ୍ୟେ,
ଧନ୍ୟେ, ପୁଣ୍ୟେ, ଚିରଶରଣ୍ୟେ,
ଜନନୀ, ଜନନୀ, ଜନନୀ॥

-


24 MAR 2020 AT 21:17

कुछ देर की ख़ामोशी है फिर शोर आएगा
तुम्हारा सिर्फ़ वक़्त आया है हमारा दौर आएगा

-


10 MAR 2020 AT 11:40

रंग उमंग और आनन्द के त्योहार होली की आप सभी को बधाइयां । ये रंगोत्सव आपके जीवन में खुशियों के रंग ऐसे भरे की वो कभी ना उतरे।

~ आनन्द शर्मा एवं परिवार

-


Fetching Anand Sharma Quotes