राम मंदिर तो राम हीं जाने
हम तो बस दो रोटी हीं मांगे
सुध मेरी कोई तो ले ले
इतना दर्द कोई कैसे झेले
कहीं रोजगार नहीं है
बिखर रहा कारोबार यहीं है
मंदिर मस्जिद से चलता
व्यापार घरद्वार नहीं है
यहाँ हर कोई माल्या
अदानी, अम्बानी सा मालदार नहीं है
भुखे पेट ना होत भजन गोपाला
देश चाहिए सुख समृद्धि वाला
राम मंदिर तो राम हीं जाने
हम तो बस दो रोटी हीं मांगे l
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10 NOV 2019 AT 7:03