बस जी लो तुम आज को,
लगन से लगे रहो
अपने लक्ष्य को,
क्या हुआ और
क्या होगा सोचो मत,
और सुदृढ़ करो
अपने विश्वास को,
जीतोगे जरूर जग को,
बस जी लो तुम आज को,
ज़िन्दगी के साज को l
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थोड़ा थोड़ा तुझे भी प्यार हुआ होता
तराने इश्क़ के हम भी लिख देते,
अगर पहले तेरा दीदार हुआ होता,
भले तुम्हे नहीं,
मुझे तो तुझसे प्यार हुआ होता,
गा लेते इजहारे मोहब्बत हम भी,
भले पूरा नहीं,
थोड़ा तो इकरार हुआ होता,
थोड़ा थोड़ा तुझे भी प्यार हुआ होता l
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Papa's Conscience
Play in Mind
Execute in real to Shine
Riveting reverence for yourself
Will always make you Prime
Never say a die
It's my Papa's Conscience
I adore it too deep
To blossom in life
With the Patronage Devine.
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चलते रहिए चलना हीं है
चलते रहिए,
एक दिन तो थमना हीं है,
खट्टा मीठा है ये जीवन पथ,
हालातों संग तो ढ़लना हीं है,
करते रहेंगे जो हम जतन,
कुछ न कुछ मिलना हीं है,
चलते रहिए चलना हीं है l
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रंगों का मेला है
पर इंसानियत का रंग जो चढ़े
वही असली रंग तेरा और मेरा है
सुबह भी सुनहरी, सुनहरी गौधूली बेला है l
Happy Holi
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अद्भुत परिकल्पना बिधाता की
शक्ति, जननी, दुर्गा, सरस्वती, लक्ष्मी
सृष्टि सदैव ऋणी है सर्व उन्नति स्वरूपा की
अंतराष्ट्रीय महिला दिवस की शुभकामना
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सच्चाई है !
जब जब आप समाज या संस्था हित में गलत का विरोध करोगे एवं नियम का पालन करने/करवाने की कोशिश करोगे तो आपका विरोध होगा, आपको हटाने के लिए पुरजोर साजिशें होंगी, क्यूंकि इससे लोगों को डर लगता है, पर डटे रहिये, हाँ ! आपको तात्कालिक नुकसान जरूर होगा, पर आप रोज अच्छी नींद ले सकेंगे
#Indicative
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नौकरी
एक दलदल है
कोशिश है कमल खिलाने की
रोज धसता हूँ,
रोज निकलता हूँ, रोज कसमकस,
फिर क्यूँ इस डगर मैं चलता हूँ,
शायद मकसद बस इतना
अपने दर्द से अपनो का दर्द मिटाने की,
कोई क्यूँ किसी की सुनता है,
फिक्र है जमाने की, रोज नौकरी पर जाने की,
बेमन से हीं सही,
सवाल रोटी का और मन को बेमन हीं लगाने की,
फिर भी नौकरी पर जाने की l
@UtterPainNowUnbearable
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गुलाब को काटों का संग है
बेरुखी में भी जो खिले वही असली मलंग है
Happy Rose Day
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वही राम चाहिए
पत्थर के राम नहीं
हमें सबरी के सर्वकल्याणी रघुराज चाहिए
विद्वेष विभेद वैमनस्य नहीं
हमे भारत में अयोध्या जैसा साम्राज्य चाहिए
हाँ ! मंदिर में पूजे जाएं राम
पर हर मन मे राघव का राज चाहिए
समता एवं समृद्धि से भरपूर
हमे राम राज्य चाहिए
हमें शिलाओं में नहीं
जीवंत वही राम चाहिए
घर घर में उन्नति का शालिग्राम चाहिए l
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