औरत को दिये जाने वाले
उपहारों में सबसे बेहतरीन
चीज है उनका सम्मान
करना-
लबों पर खामोशी कुछ यू टिकी रही,
कि चिल्लाने से कुछ साबित नहीं होता ।।-
वसंत ऋतु की बहार,
चली पिचकारी उड़ा है गुलाल,
रंग बरसे नीले हरे लाल,
मुबारक हो आपको होली का त्यौहार.-
वर दे, वीणावादिनि वर दे!
प्रिय स्वतंत्र-रव अमृत-मंत्र नव
भारत में भर दे!
काट अंध-उर के बंधन-स्तर
बहा जननि, ज्योतिर्मय निर्झर;
कलुष-भेद-तम हर प्रकाश भर
जगमग जग कर दे!
नव गति, नव लय, ताल-छंद नव
नवल कंठ, नव जलद-मन्द्ररव;
नव नभ के नव विहग-वृंद को
नव पर, नव स्वर दे!
वर दे, वीणावादिनि वर दे।-
आईना मुझसे मेरी पहली सी सूरत मांगे
मेरे अपने मेरी होने की निशानी मांगे-
अभी सूरज नहीं डूबा, जरा सी शाम होने दो
मैं खुद ही लौट जाऊंगा, मुझे नाकाम होने दो
मुझे बदनाम करने के बहाने ढूंढते हो क्यों ?
मैं खुद हो जाऊंगा बदनाम, पहले नाम होने दो!-
हमारा ज़िक्र हमसे पहले क्यों महफ़िल में रक्खा है
फ़क़त इस बात ने हमको ज़रा मुश्किल में रक्खा है
अगर रक्खा है तुमने दिल तुम्हारा, ख़त में तो सुन लो
तुम्हारे ख़त को हमने भी हमारे दिल में रक्खा है ❤️-
गरीब वह नहीं जिसके पास कम है ।।
बल्कि वह है जो और अधिक चाहता है।।-