Anand prakash Singh   (Aviनमन( Prakash Anand))
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Joined 20 August 2018


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12 MAR 2021 AT 0:44

वे जो मेरे साथ हैं, वह मेरे साथ नहीं
कुछ पाया नहीं, सिर्फ खोया है मैंने

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21 JAN 2021 AT 12:22

किसी अपने को खोने का डर ,
दुनिया का सबसे बड़ा डर है।

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21 NOV 2020 AT 1:47


इजतिरार मुसलसल था तुझसे मुलाकात का,
फलक पे पहुंच के भी मैं साहिल पे ठहर गया

कुछ अजनबी मिले थे उन्स की गलियों में
पर‌ काफिला यह मेरा तुझ तक सिमट गया।

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15 JUN 2020 AT 21:53

आज बात कर लो ना यार, क्या पता कल मैं रहू या नहीं
फैसले मत लो ना इन फासलो मे,
कब तक चलुगा मैं तन्हा इन जटिल राहो मे
कुछ खोने को ना है तो रुक जाओ न कुछ कमाने को
मत जाओ न, फिर कभी न लौट आने को|

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18 MAR 2020 AT 8:39

 स्वप्न,ख़्वाब ,कामना, आशा,कल्पना बहुत पाल लिया
आओ अब हकीकत से रुबरु हुआ जाए|

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27 JAN 2020 AT 0:30

कोशिश करू जितना ,नाकाम हो रहा हूँ
तेरी वस्ल की बातो से परेशान हो रहा हूँ

आज तस्वीर देख तेरी छलक गये आंसू
पैमाना ये खाली सा और मैं दुश्वार हो रहा
हूँ |

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23 JAN 2020 AT 9:05

अजनबी शहर ये, ये अजनबी लोग हैं,
न जाने कौन अपना और न जाने कौन गैर हैं,

महीने ही बीते और न जाने कितने यार बने,
कोई भाई बना, कोई बहन तो कई जिगरी यार बने

कभी लगा सब मिला, कभी लगा छिन गया सब
इस चलती नाव मे हम ही ठहरा पतवार बने,

थामा पतवार उसने तो लगा अब कुछ बात बने,
इन सब प्रश्नों का वो एक जवाब बने,

अरे! वह तो उत्तर है किसी और प्रश्न का
न जाने अब कौन मेरा जवाब बने,



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14 JAN 2020 AT 23:04

मैने नही लिखी तुमपे कोई कविता
अपितु लिख सकता था कई कविताएं
तुम्हारी निश्चल मुस्कुराहट पे
तुम्हारी अनकही बातो पे..

तुम्हारे अंदर छिपे उस जिंदादिल इंसा पे,
तुम्हारे खनकते कंगन पे
तुम्हारी प्यार भरी बातो पे

तुम्हारे बहते उन रात भरी मोतियो पे

मैने नही लिखी कोई कविता तुम पर
क्युकी किसी भी कविता से बढ कर हो तुम मेरे लिए

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14 JAN 2020 AT 21:40

Life = biological process 😂😂

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7 JAN 2020 AT 23:31

कैद खानें हैं... बिन सलाखों के,
कुछ यूँ चर्चे हैं तुम्हारी आँखों के...

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