मै झिजक ता रहा बयां करने मे
और
लोग घमंडी कहते रहे
Including U
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हासिल कुछ नहीं दौर-ए ज़िंदगी में ...
घमंड खुद पर नाज रखते है .....
दूर सही मुझ से मगर ...
बात झूट कर ...
पास आज रखते है ....
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यहाँ तरसे ईश्क में वाले हम नहीं है !!
गुमनाम से जरूर थे__
मगर बेनाम थोड़ी है .....
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Who should explain to him that its importance is as much as it was before,
it is the same today and it has remained
the same yesterday as well....
she doesn't know how much...
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andhera pasand hai .....
AasmaaN ka khwab haI ..
Mout kI talash hai ......
khwab pura ho jaYe.....
-_-
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किताब में कहा लिखा होता है ....
ज़िंदगी में हर एक शक्स दर्द देता है....
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जिना सिखा रही है ज़िंदगी.... मरना किसे है
आसमान को है ज़मिन कि तलाश
ज़मिन कह रही है मिलना कीसे है .....
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