एक तुम ही तो थी जिसके सामने
मैं अपने आपको भी झुका सकता था,
गलती किसी की भी हो माफ़ी हम ही मांग लेते थे
तुम इतनी अजीज तो नही थी
जिसे हम पा न सके
पर तुम अपनी कीमत बढा लोगों ये हमे पता नहीं था
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Anand Nirmal
(Anand Nirmal)
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Love poet
Wiss me 15 April
Write stories
I writes love quote and love poetry.
I writes love so... read more
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Joined 14 June 2018
8 JUL 2023 AT 21:50
8 JUL 2023 AT 21:46
प्रेम कहाँ से होता है...
विश्वास हो
नाम पे हो
नाम प्रभु का हो
उन्हीं से भक्ति हो
भक्ति कि परम स्तिथि हो
फिर जा के प्रेम हो
बाकी तो मोह ही है
हरे कृष्ण👏 🚩
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22 OCT 2022 AT 22:56
आज वो सभी कागज के पन्ने जला दिए
जिसमे कभी तेरा नाम मैंने लिखा था-
29 AUG 2022 AT 14:11
टूटा हुआ दिल दोबारा कहां बसता
जो अपने हैं वो पराया कहां लगता
जो बंजर बस्ती है वहां अब पहले जैसा
नजारा कहां दिखता-
29 AUG 2022 AT 14:01
ये जो टूटे हुए घोसले हैं
यह बता रहे हैं
इसमें कोई चिड़िया पहले रहा करती थी-
26 AUG 2022 AT 20:03
ढूंढ ना हो तो ढूंढ लो मुझे
मैं तुम्हारे दिल में नहीं
गूगल में तो जरूर मिल जाऊंगा-
19 JUN 2022 AT 21:20
जिंदगी गुजर रही है यदों में तेरे
तू नहीं तेरा वजुद जिंदा है दिल में-