चलो ठीक है
ये इश्क की बारिश
पर भिगोगे तुम भी
पहले उसकी बाते
फिर उसकी अदा
फिर वो, फिर ये सारा जहाँ
चलो ठीक है,
ये इश्क की बारिश है.....-
Tumhe usse muhabbat h
Jara sambhal ke rhna
Usee auro se muhabbat h
Jara bach ke rahna
Kahne ko to vo bolegi tum hi
phle aur tum hi aakhiri ho.
Jara sambhal ke rahna
Tumse phle hamm the
hmmse phle koi aur
Ye phle aur akhiri ke chakkar me
na jane kitne log tabah ho gye
Jra sambhal k rahna
Vo ab yado me bas gye h
Jara yaden sambhale rakhna
Ab tum hi aakhiri muhabbat ho
jara sambhal ke rahna-
कुछ सुनहरे बाल तुम्हारे
कुछ बिखरे से लग रहे है
किस वजह से रूठे हो
जवाब कुछ उखड़े से लग रहे है— % &-
कभी आस लगाते हो
कभी ऐहसास जताते हो
जो बात दिल में छुपा रखें हो
उसे क्यूं ना बताते हो...... — % &-
तुझे देखता हूं पलके उठा के
तुझे सोचता हूं पलके झुका के
तुझे देखता ही रहूं यूं नजरे चुरा के
तुम्हे पता भी न हो साथ तेरे होने का
तुम साथ ना हो फिर डर है तुम्हे खोने का
कुछ नशा सा मुझपे हो रहा है तेरे ये सबब का
तेरी एक नजर ही काफी है मेरे ये दिन गुजारने का
तुम अतरंगी सतरंगी सी चिड़ियों जैसे चहचती हो
मैं देख देख बस तुमको मंद मंद मुस्कुराता हूं
ये भीड़ ना जाने क्यों मुझको बस तेरे नाम से बुलाते है
ये बात बस अब तुमसे छुपी है सारा शहर हमे बताता है
उसके जुल्फे को सवारते ही मेरी जान जा रही है
ऐसा लग रहा है वो मेरे पास आ रही है
ये एहसास है मेरे पहले प्यार का जो तुमको बता रहे हैं
हम खुद को तेरे नजरो से गिरा रहे हैं-
ये आईने में देख के खुद को
क्यूं इतना सवार रहें हो
प्यार अगर तुमसे है तो
श्रृंगार इतना क्यूं लगा रहे हो..-
जरूरी नहीं
हर बात बोली जाए
इतना पढ़ते हो
कभी चेहरा देख के पढ़ लिया करो-
" तुम्हारी शान ना घटती,
. ना रुतबा कम हुआ होता!
कहा जो तुमने गुस्से में,
. वही हंस कर कहा होता!!-
ये वक्त की बात है तुम वक्त से पहले खड़ी हो
कोई मेरे वक्त पे खड़ा हो जाए वही बहुत बड़ी बात है-
माना लाख बुरा हूं मैं
पर तुम भी कहा काम हो
खुद जख्म दे कर कहते हो
ये दुनिया बहुत बेरहम है-