जनम होगा, जवाँ होगा, एक दिन पैरों पे खड़ा होगा
भूला अगर माँ बाप को तों ये पाप सब से बड़ा होगा
चाहे कितना भी आगे बढ़ जाए, उनसे उपर कोई नहीं
गर रुलाया उनको कभी, तों तेरा जीवन भी कड़ा होगा
इतने जतन से, मन से, जिस माँ ने तुझे पाला था
9 महीने अपनी कोख़ में तुझे इतना संभाला था
उस माँ की आत्मा को सताना, अच्छी बात नहीं
जिसने हर मुश्किल से तुझे हर दम निकाला था
हिम्मत से, होंसले से, जिस बाप ने काबिल बनाया
हर राह, हर मोड़ पे तेरे मन का हर सपना सजाया
उन से नजरें चुराना, दिल दुखाना, अच्छी बात नहीं
जिस बाप ने तेरी हार को बिना कुछ सोचे अपनाया
दौलत होगी, शोहरत होगी, चाहे रुतबा बड़ा होगा
गर भूला माँ बाप को तों वख़्त बहोत कड़ा होगा
कितनी भी मिलकियत हों, उनके आगे कुछ नहीं
तेरे बूरे वख़्त में उनके सिवा कोई नहीं ख़ड़ा होगा
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