Amulya Singh   (word_swirl)
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Joined 23 November 2020


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Joined 23 November 2020
20 NOV 2021 AT 3:35

What "having no one feels like"
For I thought I would
manage without you
But is hindered by all forces...

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6 JUL 2021 AT 21:03

माना तुम-सा वक्त नही दिया उसे मैने
पर इस मतलबी-सी दुनिया मे
बेमतलब-सा इश्क़ किया मैने
लोग आज भी कहते है कि
आँखे बंद होने के बाद अंधेरा नज़र आता है
पर आज भी उस अंधेरे मे मुझे सिर्फ
उसका चेहरा नज़र आता है।।
🖤

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26 JUN 2021 AT 14:53

I've often heard "We need a spark to keep that fire inside us burning for a better us"...
But what if the fire inside us is making us charred from inside?
The 'one' responsible to make us better drives us towards destruction...
The spark is no doubt required but what actually is its necessity when it harms...
The fire we state about indeed is holy but the outcome or process is gradually making us unholy...
Fire indeed burns but why this 'one' that we need to have for a so called motivation or to please ourselves...maybe the world too!
This for sure is not a quote neither a story to tell bt something you can feel if you really put your heart to read not the mind!!

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13 APR 2021 AT 11:27

कुछ खाली खाली सा लगता है न
जैसे कोई किस्सा खत्म हो गया हो
जब साथ कोई नही तुम्हारे
तो खुद से नफ़रत क्यूं करते हो
कितने काबिल हो तुम ये तुम खुद नही जानते
तो फाल्तू की बातों मे क्यूं वक्त ज़ाया करते हो
होठो से हसते हो पर आँखे परेशानी ज़ाहिर कर ही देती हैं
तुम दूसरों की छोड़ो, तुम खुद से प्यार कर सकते हो न
मुस्कराया करो, अच्छे लगते हो
बताया नही क्या किसी ने कितने प्यारे लगते हो
अब अकेला मेहसूस करना बंद करो, क्युंकि खुद मे ही पूरे हो तुम
एक सपना टूटा है तो क्या सपने देखना ही बंद कर दोगे
बहुत परेशान हो तुम ये सोचना छोड़ दो
बिना कोशिश हार मानना ठीक नही है
तो दूसरे मे खुद को खोजना छोड़ो
चलो हंसो अब, थोड़ा सा और
खुद को देखो तो सही, कितने प्यारे हो तुम
और अब ऐसे ही रहना क्युंकि अच्छे लग रहे हो तुम

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21 DEC 2020 AT 1:11

Be complicated yet simple
It's common yet so rare
Be you and stay stable
It's your wild fire yet to glare

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20 DEC 2020 AT 10:10

सुनते सुनाते दूसरों की पूरी जिंदगी निकल गई, चलो आज खुद की सुनते हैं और खुद को सुनते हैं।

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12 JUL 2021 AT 9:45

मैं इसलिये शांत नही कि कुछ बोलने को नही है
पर तुम्हारे लिए मैं कभी एकदम खास तो कभी बिल्कुल कुछ भी नही हूँ
मैने कभी सोचा नही था कि हमारी इतनी भी बात होगी
पर गलत ये सोचा की हमेशा होती रहेगी
तुमने मुझे तब हसाया जब हंसने की कोई वजह नही थी
मैं तुम पर कविताएँ भी लिखने लगी थी
पर अब लगता है कि उनमे से तुम्हे एक भी याद होगी?
कभी मेरी तरह रात मे चैट्स खोल कर
क्या तुमने भी कभी खुद से बातें की होंगी?
तुम्हारी याद नही आती पर उसकी आती है जो मुझसे शुरु मे मिला था
जिसकी हसी और बातें कभी रुका नही करती थी
अब तुम्हारी नज़रो के सामने से मैं ऐसे गुजर जाती हुँ मैं
जैसे तुमने पहले मुझे कभी देखा ही नही
आज भी उस नाम से कोई बुलाये मुझे तो तुम्हारी याद आती है
बुरी आदत लगा दी यार तुमने कि अब सब ये अकेलापन भी अपना लगता है
अब रात भर जग के इंतज़ार करने की कोई वजह नही
तुम्हारी यादें अब भी है मेरे पास पर तुम नही!
क्या कहूँ तुमसे अब, जब पहले जैसा रिश्ता ही नही
बात आज भी वैसे ही की थी मैने
पर पहले जैसा तुमने सुना ही नही!!

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23 JUN 2021 AT 13:29

ऐसा क्यूँ लग रहा है कि
सब कंट्रोल के बाहर हो रहा है?
कभी एक पल मे सौ बातें मेहसूस होती है
तो कभी सब खाली-खाली सा लगता है
मेरी बातें भी अजीब होने लगी है
मैं बोल तो देती हुँ पर समझा नही पा रही
वक्त लगता है लोगो से घुल-मिल जाने मे
पर वक्त ही तो नही है किसी के पास
दो पल ठहर जाने के लिए
तो सब बस लग जाते है जज करने अपने तरीके से
हां, अलग हुँ थोड़ा तो अलग ही सही
गलत हुँ तुम्हारे लिए तो गलत ही सही
नही बनना किसी तरह किसी के लिए
जिसे रहना होगा वो रहेगा ही
और दूर होने वाले को मुझे रोकना भी नही।।

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18 JUN 2021 AT 22:26

You being my pillow
Stars and the twilight
Fancies not better than you
Is it just words or something
Think deep...
It's up to you
🖤

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9 JUN 2021 AT 9:09

loneliness to hug myself wrapped with emotions and carried away by memories...

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