चाहते....
तेरी हाथों से लिखी एक किताब चाहिए,
तेरी बाहों से गुजरी एक रात चाहिए ,
बरसी जो तुझपे जो वो एक शाम,
सनम हमें भी वह बरसात चाहिए।
मेरे सारे सवालों के जवाब चाहिए,
तेरी आंखों में छुपे सारे राज चाहिए,
एक खुशबू से लिपटी है जिस्म मे तेरे,
उस खुशबू से भरी एक तालाब चाहिए।
इस सफर में तेरा साथ चाहिए,
तेरी हाथों की ठंडक में तेरा हाथ चाहिए,
छोड़ेंगे यह शहर एक वादे के साथ,
के अगले शहर में भी तुम जैसा कोई नजर आना चाहिए।
कुछ लम्हों को दोबारा जीने का इजाजत चाहिए,
थोड़ी देर को ही सही यह वक्त रुकना चाहिए,
जी भर के देख लेने दे सूरत को सनम,
इस चेहरे के बाद हमें सिर्फ रात चाहिए।
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