प्यार था मुझे तुमसे तुमने इश्क़ करना सिखा दिया बेसब्र से इस दिल को सब्र का मतलब समझा दिया जो दूरियां हमारे बीच कभी वजूद बन न सकी आज तुमने फासला बढ़ा कर मेरा हर वहम मिटा दिया
सोचूं तो सारा जहां तुझमें सिमट जाता है... पढूं तो सिर्फ़ तेरा नाम हर एक हर्फ में नज़र आता है, पहनूं तो तेरी यादों की ओढ़नी मुझसे लिपट जाती है.. मांगू भी तो कैसे अब तुझे उस रब से, तेरी नई माशूका की शक्ल मेरी आंखों के सामने आ जाती है........ 🫣