हमेशा हाँ नही इनकार भी ज़रूरी है , नफरत ही नही प्यार भी ज़रूरी है नौकरी ही नही व्यापार भी ज़रूरी है , प्यार हुआ तो इज़हार भी ज़रूरी है जीत ही नही हार भी ज़रूरी है , खास दो चार यार भी ज़रूरी है
मैं प्यार के सागर में तेरे साथ बहना चाहता हूँ , दुखों को अकेले नही तेरे साथ सहना चाहता हूँ , तेरे दिल के खूबसूरत घर में , खूबसूरती से रहना चाहता हूँ , मेरी जानेजाँ , मैं तुमसे बस यही कहना चाहता हूँ...!