छठ के पहले सूप-नारियल और छठ दिन घाट पर दूध बाटें हैं
देर तक नदी में घुसे रहने पर पापा हमको बहुत डांटे हैं
दोस्त सब बताया घाट वाला रास्ता पर बहुत कांटे हैं
दीदी से पूछ के दउरा रखने के लिए साफ जगह छांटे हैं
सब अपने भाई के साथ बाजार जाके फल, सामान सब पहले हीं ले आते हैं
उस टाइम सब चूना और उजरका पेंट से रास्ता सजातें हैं
छठ के बारे में ठेकुआ के मिठास के आलावा और भी बहुत बातें हैं
'फेस्टिवल' नहीं 'इमोशन' है यह महापर्व, जिसके हरेक गीत मन के भीतर तक जाते हैं.
माँ का त्याग, संबंधो का महत्व, पवित्रता का ज्ञान और जीवनदाता भगवान भास्कर की उपासना ये सब हमें जीवन मूल्य सिखाते हैं!-
छठ के पहले सूप-नारियल और छठ दिन घाट पर दूध बाटें हैं
देर तक नदी में घुसे रहने पर पापा हमको बहुत डांटे हैं
दोस्त सब बताया घाट वाला रास्ता पर बहुत कांटे हैं
दीदी से पूछ के दउरा रखने के लिए साफ जगह छांटे हैं
सब अपने भाई के साथ बाजार जाके फल, सामान सब पहले हीं ले आते हैं
उस टाइम सब चूना और उजरका पेंट से रास्ता सजातें हैं
छठ के बारे में ठेकुआ के मिठास के आलावा और भी बहुत बातें हैं
'फेस्टिवल' नहीं 'इमोशन' है यह महापर्व, जिसके हरेक गीत मन के भीतर तक जाते हैं.
माँ का त्याग, संबंधो का महत्व, पवित्रता का ज्ञान और जीवनदाता भगवान भास्कर की उपासना ये सब हमें जीवन मूल्य सिखाते हैं!-
"किसने सत्ता को चुना,,
कितने विपक्ष के संग है
कौन रहेगा या पलटेगा,
यह आज निर्णायक जंग है
सूक्ष्म, अद्भुत, लोकतंत्र भारत का,
इस मिशाल से दुनिया दंग है
आज परिणामों से पता चलेगा,
जन ताकत का कैसा रंग है"-
"हर-एक फिजा शांत है जैसे,,,
बस एक मीठी-सी रात है।
शायद इश्क़ है मेरा वहाँ,,
या दिल्लगी की बात है..."-
"कोई फर्क नहीं पड़ता कि आपके पास कितना कम है,,,
आप बिना किसी investment के इस दुनिया में खाली हाथ आए थे, अगर आपके जीवन में कुछ भी हो, तो आप अब भी फायदे में हैं."
-
If you give up when it's winter ❄⛄🌼 ,
you will miss the promise
of your spring 🌳🌾 ,
Beauty of your summer🌞🌻 ,
And the fulfillment of your fall 🍂🍃 .
Let's not allow the pain of one season
to destroy the joy of the rest....
Let's not judge life,
by one difficult season...
Let's endure the difficult time with hope
and better time are sure to come!-
"सलाम है कलाम को !!
राष्ट्रपति अविराम को
भारतभूमि का भाग्य बदल दे,
अमर अटल उस नाम को..!!"-
If your Body feels pleasant, we call this HEALTH.
If it becomes very pleasant, we call this PLEASURE.
If your Mind becomes pleasant, we call this PEACE.
If it becomes very pleasant, we call this JOY.
If your Emotions become pleasant, we call this LOVE.
If they becomes very pleasant, we call it COMPASSION.
if your Life Energies becomes pleasant, we call this BLISS.
If they becomes very pleasant, we call it ECSTASY.
If your Surrounding becomes pleasant,
we call this SUCCESS.
(Edited from: Sadhguru)-
शायद थक गई थी वो,,
इसलिए मेरा साथ छोड़ दिया उसने,,
बड़ी भूखी थी साहब,,
भूख से दम तोड़ दिया उसने।
उसकी कब्र की माटी पर
मैंने अपने आँसु चढ़ाये हैं
उसकी सौगंध खाई है
वही वादा निभाना है
मुझे बुला लो साहब,,,
मुझे अपने घर जाना है..।-
जानते हो साहब!
एक टूटी-सी साइकिल पर
हम तीनों साथ निकले थे,,
पर बेटी और पत्नी को
कुछ मील पास ही दफनाया है
टूट कर बिखर गया हूँ मैं,,
फिर खुद को खुद समझाया है....-