हिंदी से हम हैं,हिंदी से वतन है।
हिंदी से ही खिलता अमन है।
हिंदी ही हमारी पहचान है।
हिंदी हमारी शान है।हिंदी से हिंदुस्तान है।-
उसने कभी नया करने की कोशिश नहीं की !!
ये वादियां ,ये झरने और ये खुला आसमां।
ये नदियां,ये भंवरे और ये मुस्कुराता जहां।।कलरव करते ये पंछी,अदभुत झलकियां है यहां।
नदियों की है विशाल धारा,वृक्षों की छांव यहां।।
अद्भूतों का संगम जहां.. कहते है हिंदुस्तान इसे।
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बुद्ध को जहां बुद्धि मिली,नरसिंह लिए जहां अवतार।
बिस्मिल्लाह खान की शहनाई, यहां रेणु जैसे कथाकार।
दिनकर की अद्भुत रचना,विद्यापति से कहानीकार।
चंद्रगुप्त और अशोक जैसे हुए सम्राट महान।
गोनू झा के प्रसिद्ध कहानी सुनो सब की जुबानी चाणक्य की कूटनीति का यहां नहीं है कोई सानी।
वीर कुंवर की त्याग,कर्पूरी की तपस्या, जयप्रकाश का आंदोलन,नीतीश कुमार का विकास
जुग-जुग जियो मेरे बिहार-
अरे ओ नादान गुनाह करके कहा छुपाओगे
ये धरती ये आसमां सारा जहां उसका है।-
अंधेरा काट कर आया सवेरा है,
चिड़ियां चहकी भवरें ने गुनगुनाया है।
शांत से पड़े मन में एक विचार आया है,
ये सारा का सारा समुंदर मेरा है-
ना गमों का बंधन है
ना खुशीयों का डेरा है।
मैं महादेव का हूं
और महादेव मेरे है।
शुभ प्रभात।-
वैलेंटाइन की मुबारक उन्हें
जिन्हें हसीनाओं से मोहब्बत है,
हमें तो मोहब्बत वतन से है साहब।
नमन है उन वीर शहीदों के शहादत को
जिसने अपने जान देकर ऋण चुकाए भारत के।
पुलवामा-