14 JUN 2021 AT 15:33

कमल पर कितना उमड़ रहे हैं नदी में उठते भँवर को देखो
शराब हो जाए सारा पानी नदी में थोड़ा उतर के देखो
महक उठेगा हृदय का सावन स्वयं से तुमको फिर इश्क़ होगा
मेरी नजर के इन आयनों में तुम अपना चेहरा संवर के देखो

- @❤️!t ✍️