right before she put him in his grave,
he smiled at her, for the last time,
before his soul, left his body,
and she felt, the dark, cold silence
along with his stoned gaze,
just before he closed his eyes
for the last time, for eternity.
He stayed there, still, for a long time,
watching her, leaving him again...-
Mansions of skulls
are hauted by many souls
They don't mark
their presence in light
but in nights
they roar like ghouls.-
Walk through the lanes of TARDE
feel it's warmth, burn yourself for new life
Walk through the lanes of NOCHE
fill yourself with unique darkness
Walk through the lanes of MATUTINO
feel SOL NACIENTE encompass it's power
Walk through the lanes of LA LLUVIA
SANAR TU ALMA and AURA
Walk through the lanes of EL INFIERNO
find the VALOR of your PRECIOSA VIDA.-
अब जो है, जैसा है, सब ठीक लगता है
अब मेरे सामने वक़्त भी, बदनसीब लगता है
वो शख्स जो लूटने आया था, इश्क़ मेरा
अपनी नज़र उठाकर देखूँ, तो बेहद गरीब लगता है
लोग करते है, ज़माने भर में, लाखों बुराईयां मेरी
मुझसे मिलते है तो कहते है,
यह शख्स ज़रा अजीब लगता है
मेरे हक में, कोई गवाही नहीं देता
मेरा साथ होना मगर, सभी को वाज़िब लगता है
मेरे हाल-हालात पर, ये जो हँसते है लोग
मेरे दिल का हाल मुझे, उन सब से खुशनसीब लगता है-
गुलों के बागानों सा, खिलता-महकता इश्क़
जो हुआ हमें, वो सम्भलता-बहकता इश्क़
वो, जो करता था मुझसे, साथ रहने की बातें, छोड़ गया
वो, जो
करता था
मुझसे, साथ रहने की बातें, छोड़ गया मुझे तन्हा
और अब इस तन्हाई में मेरे,
टूटे मासूम दिल के साथ,
मेरा रोता-बिखरता और दर्द से बिलखता इश्क़...-
गुनाहों का प्रायश्चित
करने का भाव
या तो मन की संवेदना को
व्यक्त करता है
या ख़ुद को गलती की
सजा देना जताता है
या फिर गुनाहों की
सजा से बचने का
रास्ता बनाता है-
The frozen limb,
is the frozen heart,
It needs some heat,
it needs some warmth,
a handful of care,
a love which is rare,
and some happiness,
which makes all fair...-
कभी मैं भी तुम्हारी कमी के लिए ज़रूरी हो
कभी य़ह इश्क़ मेरी तरह तेरी मज़बूरी हो
अभी ऐलान करते हो अजनबी बनने का
कभी मेरी कुर्बत में मेहसूस, तुम्हें मुझसे दूरी हो-
भी कितनी अजीब हैं
बीती यादों को भर जातें हैं
तन्हा लम्हों में यकायक
दिल बेचैन करते हैं
और जलाते हैं रूह को
कभी हँसाते हैं
कभी रुलाते हैं
कभी-कभी फिर से
दिल तोड़ जातें हैं यकायक-
लाखों पन्ने लिखकर भी
हर पन्ना अब कोरा नज़र आता है
जैसे अभी गुजरा था जो वक़्त
अभी फिर ठहरा नज़र आता है-