नहीं है पैरों के नीचे जमीनें,
आसमां पर तारे टाकता हूँ ।
मुनासिब जो लगे वो देना मौला,
मेरा क्या मैं तो कुछ भी मांगता हूँ ।।-
हसिये,मिलिए,बाते करिए,रूठने में क्या साकार होगा,
न तुम जानो न हम जाने कब क्या आखिरी बार होगा..🩺-
हम तो गर्दिश से निकलते ही फिर सँवर जायेंगे,
पर ये जो नज़रो से गिर चुके है ये किधर जायेंगे..🩺-
बाद मरने के मसीहा भी बना देते हैं,
कितने अच्छे हैं ये सूली पे चढ़ाने वाले...!
Happy Birthday Lord Yeshu-
!! GALLIYA TERI GALLIYAN !!
Suraj se pahle ab jagoon main,
Tujhse hi milne ko ab bhagoon main,
Ek din jo bite besabri se
Agle din ka rasta takoon main,
Chhor doon main tujhe kis tarah
Mere paon se lipti hai teri gallian...
!! GALLIYAAN TERI GALLIYAN !!-
मुहब्बत का असर ज़ज्बात में अच्छा लगेगा
ग़ज़ल लिखना तेरी सौगात में अच्छा लगेगा,
मुझे वो शख़्स क़ाएनात में अच्छा लगेगा
तेरा लड़ना जिसे हर बात में अच्छा लगेगा,
ये झूठी शानो शौकत है मियाँ बाहर तो निकलो
टपकता घर तुम्हें बरसात में अच्छा लगेगा,
तेरे गालों के ये डिम्पल इशारा कर रहे हैं
के इक लड़का तुझे बारात में अच्छा लगेगा,
ग़मे दुनिया की जिससे लोग अब उकता गये हैं
मुझे दे दो ये मेरी जात में अच्छा लगेगा,
'नयना' जो महफ़िले जाना तुझे रास आ गई तो
ये तन्हा चाँद भी फिर रात में अच्छा लगेगा,-
धीरे धीरे तो सब छोड़कर चले जाते है,
ये नवम्बर-दिसम्बर तो सिर्फ महीने हैं..!!-
न जबीं पर शिकन उभरी , न पसीना आया ,
झेल कर दुख मुझे ,जीने का क़रीना आया !
फिर नए साल की आमद पे, क़सीदा लिख्खूँ ,
ख़त्म होने को , दिसम्बर का महीना आया !!-