पता है....
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सब वहीं हैं
जहां था,
बालों से झिटक कर गिराई गईं बूंदें बिखरी नहीं अभी,
हाथ भी वैसे ही नम पड़े हैं किसी अपनेपन के इंतजार में,
घुंघरूं से निकली वो धुन अभी पहुंची नही किसी के कानों तक,
चूड़ियों की वो खनक मिली नहीं किसी को,
और मेरा मन भटक रहा है अभी
आपकी तलाश में...-
जिसे तुम इश्क़ कहते हो वो इबादत है मेरी,
जालिम दुनिया की अदालत में आज शहादत है मेरी,
किसी की जान लेने का इल्ज़ाम है मुझपर,
इसी जुर्म के सिलसिले में अब कटघरे को आदत है मेरी,
सियासी दांव-पेंच तो खेले नहीं कभी,
पर जिसे मारा है मैंने वही हिफ़ाजत है मेरी,
वकील थे मेरे आंसू एक पहर पहले तक,
जब तलक नहीं कहा था वफाई ने की वो तो आदत है मेरी,
भूल जाने की उनको आखिर में सजा मिली मुझे,
यादें चीख उठीं कि वो तो इनायत थे मेरी...!!-
पूरा संसार भी मेरे लिए गर विस्मृत है
तो मैं बस आपको जानकर खुश हूँ,
एक अरसे भी जो गढ़ना हो आपको आंखों में
तो मैं बरसों ही ऐसे इंतज़ार में खुश हूँ ।
ह्रदय में स्थान केवल आपका है
मैं तो उसका अंगीकार बस हूँ,
हरण करके आपके भावों को
मैं उन्हीं से व्यवहार में खुश हूँ ।
वचन था साथ देने का हर एक सुख दुःख में
आपकी मौजूदगी तो नहीं मैं उसके एहसास में खुश हूँ,
दीदार-ए-हुस्न जो मुमकिन हो रोज़, तो क्या बात
पर गर ईद के चांद सा दीदार मुमकिन है तो मैं उसी में खुश हूँ ।-
I can't forget but it's fine,
It makes our past even more precious and divine,
As I re-enter in the memory world and start to remember
The moments we spent together
Face oblivion and let it run nowhere
Just like the barrages,
But there were many ups and downs
And I don't want to keep them
So I'll not let you recall them,
But let the oblivion run nowhere
Let's face it with our full power,
And even if the truth is hurtful that we can't be together
Let's meet the dawn together...!!-
'कभी वापिस नहीं आने का' ये जो पक्का वादा कर गए हो आप,
कम से कम ये वादा करने के लिए आखिरी बार मिल लिया होता...❤️-
यूँ तो बड़ी बेसब्र हूँ मैं
पर उम्र भर आपका इंतज़ार करना मंजूर है मुझे,
गर तय है की इस जनम में नहीं मिल सकते
तो ये उम्र जल्दी खत्म करना भी मंजूर है मुझे...!!-
आज कल हंसते-हंसते बीच में थोड़ा रोना सीखा है मैंने,
उन अधूरे सपनों को जिन अप्रेषित खत पर लिखा था हमने
आपके बाद उन्हें सीने से लगाकर सोना सीखा है मैंने...!!-
I am living a living death now,
Just wishing that it would be a dream and planning to make it anyhow,
Bcz the truth is so hurtful to accept
And accepting it will leave me only with regret,
I wanted you to see the dawn with me
As our hearts beat as one now,
Then why did you left like this
That I don't know how to face myself now...!!
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