लोग कीचड़ से बचकर इसलिए चलते हैं कि कहीं ख़राब न हो जाए, और कीचड़ को घमंड हो जाता है कि लोग उससे डरते हैं। -
लोग कीचड़ से बचकर इसलिए चलते हैं कि कहीं ख़राब न हो जाए, और कीचड़ को घमंड हो जाता है कि लोग उससे डरते हैं।
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काटों के बीच में फूल खिल ही जाते हैं,मेहनत और लगन से सफलता मिल ही जाती है। -
काटों के बीच में फूल खिल ही जाते हैं,मेहनत और लगन से सफलता मिल ही जाती है।
इस उतरते हुए पानी को देखकर, मेरे किनारे पर अपना घर ना बसा लेना, मैं समुन्दर हूँ, लौटकर वापस आऊँगा। -
इस उतरते हुए पानी को देखकर, मेरे किनारे पर अपना घर ना बसा लेना, मैं समुन्दर हूँ, लौटकर वापस आऊँगा।
बारिश आई और यह संदेश लाई की,गर्मी किसीकी भी हमेशा नहीं रहती। -
बारिश आई और यह संदेश लाई की,गर्मी किसीकी भी हमेशा नहीं रहती।
आज कल कितने भी अच्छें काम करलों,लेकिन याद तभी आओगे जब जरूरत होगी। -
आज कल कितने भी अच्छें काम करलों,लेकिन याद तभी आओगे जब जरूरत होगी।
ख्वाहिशें तो कब की मर चुकी है,बस कुछ जिम्मेदारियों ने जिंदा रखा है। -
ख्वाहिशें तो कब की मर चुकी है,बस कुछ जिम्मेदारियों ने जिंदा रखा है।
बहुत महान होते है वह लोग, जो खुद ही रूठकर खुद ही मान जाते है। -
बहुत महान होते है वह लोग, जो खुद ही रूठकर खुद ही मान जाते है।
तुझ्या घरात नाही पाणी, घाघर उतानी रे गोपाळा.गोविंदा आला रे आलासर्वांना जन्माष्टमीच्या हार्दीक शुभेच्छा -
तुझ्या घरात नाही पाणी, घाघर उतानी रे गोपाळा.गोविंदा आला रे आलासर्वांना जन्माष्टमीच्या हार्दीक शुभेच्छा
माखन का कटोरा, मिश्री का थाल,मिट्टी की खुशबु, बारिश का फुहार, राधा की उम्मीद, कन्हैया का प्यार, मुबारक हो सबको जन्माष्टमी का त्योहार। -
माखन का कटोरा, मिश्री का थाल,मिट्टी की खुशबु, बारिश का फुहार, राधा की उम्मीद, कन्हैया का प्यार, मुबारक हो सबको जन्माष्टमी का त्योहार।
जब दिल से आवाज निकलती हैं,वह किसीन किसीके दिल में जगह बना ही लेती है। -
जब दिल से आवाज निकलती हैं,वह किसीन किसीके दिल में जगह बना ही लेती है।