रिमझिम-रिमझिम बारिश हो, घर की खिड़की का नजारा हो। कुछ तेरी बातें कुछ मेरी, वो वक्त सबसे प्यारा हो।। आंख से आंख मिली हो, किसी जंजीर का ना दायरा हो। दुआ करूंगा रब से ये छोटी सी ख्वाइश का घर हमारा हो।।
भोले सर पर हाथ बनाए रखना। खुशियों का दीप जलाए रखना। भक्तो को दिल में बसाए रखना। भांग में अपनी झुमाए रखना। और सिर्फ मुसीबत में ही नहीं, खुशियों में भी घर आते रहना। भक्तो हर साल भोले की याद में, शिवरात्री यूं ही मनाते रहना।