Amar Zalte   (Amar Zalte)
13 Followers · 11 Following

Joined 1 June 2019


Joined 1 June 2019
28 FEB AT 22:41

तेरी यादों का सैलाब जो है आया,
खुद को आईने के सामने मायूस है पाया।

-


26 OCT 2024 AT 22:24

कुछ सोच के ही तुमसे मिलाया होगा ऊपर वाले ने,
वरना इतने खूबसूरत इत्तेफ़ाक थोड़ी होते है।

-


15 APR 2023 AT 0:26

नजारे कुछ खास नहीं है,
तू जो मेरे पास नहीं है,
घूम आया फिर वही गलियां मैं,
पर अब उनमें भी पहले जैसी बात नही है।

-


10 JAN 2023 AT 1:48

Khwaabon mein tu beintehaa pyaar kar,
Haqeeqat se door tu kisi ka intizar kar,
Mukammal hua ishq toh sahi warna,
Haqeeqat se pyar aur khwaboon ka intizar kar

-


16 DEC 2022 AT 23:33

वो कहती,
मेरे इस छोटे से आशियाने का हिस्सा बनोगे,
अब उसे कैसे बताए मेरा तो,
पूरा आशियाना वही है।

-


16 DEC 2022 AT 2:13

दिल में हो,
ये नजरों से कैसे छुपाऊ,
होंठों को खामोश रख भी लू,
आसू को कैसे रुकाऊ।

-


14 DEC 2022 AT 0:29

खुद के लिए खुदगर्ज़ हु,
अब ज़माने का क्या ही कहूं।

-


12 DEC 2022 AT 21:39

गैरों के लिए तो समुंदर बहा दिए,
अपनो को एक आसू तक के लिए तरसा दिए।

-


21 OCT 2022 AT 0:03

जिंदगी है पता नहीं कहा लेकर जाएगी ,
हम तो मुसाफ़िर है पूरी सफर में गुजार जाएगी।

-


11 OCT 2022 AT 0:16

लहरों को देख के यकीन हुआ,
ये भी किसी के इंतजार में है,
खमखा ही नही ये किनारे तक आती है।

-


Fetching Amar Zalte Quotes