यूं ही मैं तुमसे नजदीकियां बढ़ाऊंगा ।।
सपने सजाऊंगा,,,उम्मीदें जगाऊंगा ।।
फिर एक दिन तू चली जाएगी ।।
फिर से मैं तन्हा हो जाऊंगा ।।
की तुम मुझसे सीधा सीधा तो बोलोगे नहीं के चले जाओ ।।
तुम हालातों को पैदा करोगे,,,देखकर भी अनदेखा करोगे,,,मुझे सताओगे,,,तड़पाओगे ।।
और मैं अंदर ही अंदर घुटने लगूंगा,,,मरने लगूंगा ।।
खुद से ही सवालों के बोझ तले दबने लगूंगा,,,न जाने क्या क्या विचार आयेंगे,,,
मेरा जीना दुश्वार कर देंगे ।।
और इसी में मैं मर जाऊंगा ।।
और ऐसे ही मैं तुम्हारे साथ साथ इस दुनियां से अलग हो जाऊंगा ।।
सबको अलविदा कर जाऊंगा ।।
मेरी मौत कैसे हुई ये सिर्फ हादसा होगा,,,
डरो मत तेरा दामन साफ होगा ।।
कौन क्या क्या बातें करेगा,,,
कुछ कहेंगे अच्छा हुआ चलो एक पागल तो कम से कम,,,कम हुआ ।।
#amandeep_chakku⭐-
मैं एक विद्यार्थी हूं,,,जो हर रोज नया सबक सीखता ह... read more
किसी की हत्या करना आजकल मामूली सी बात हुई ।।
बात ज्यादा बड़ी नहीं फिर भी गोली चलाई गई ।।
गरीबों को दबोचा हर बार,,,अमीरों पर कार्यवाही नहीं ।।
सब कुछ माफ है देखो यारो,,,पैसों से बड़ा कोई नहीं ।।
सभी एक ही थाली के है चट्टे बट्टे वो,,,
सीधी उंगली से घी ना निकले डब्बा पलटे वो ।।
गुनाह करेंगे आप मगर फसेगा बेकसूर ।।
खुद को बचाने के लिए तरकीबें सोचे वो ।।
हर पहर हर लम्हें में अच्छा इंसान ही मर रहा ।।
सच कहूं तो दुनियां का अंतिम समय आ गया ।।
देख रहा हूं दुनियां को किस कदर आतंक छा गया ।।-
भाई से भाई का वैर बढ़ा,,,बेटा पिता से लड़ पड़ा ।।
बहु का अपने ससुर इश्क लड़ा,,,
और मां अपने बच्चों को छोड़कर भाग गई ।।
ये सब देख कर जग हंसा ।।
मंदिर जैसे विद्यालय पर,,,दाग बहुतों ने लगा दिए,,,
कहीं अध्यापक ने छात्रा को दबोच लिया,,,तो कहीं मैडमों ने गंदे काम किए ।।
धर्म को ही लोगों ने अब धंधा बना लिया,,,
मंदिर में ही बलात्कार का चंदा बना लिया ।।
जिसको देखो वो जिस्म फिरोसी में लगा हुआ है,,,
लोगों को मानसिकता का गुलाम बना लिया ।।
सब व्यापार ठप है बस देह व्यापार ही चल रहा ।।
सच कहूं तो दुनियां का अंतिम समय आ गया ।।
देख रहा हूं दुनियां को,,,किस कदर आतंक छा गया ।।-
#अल्लाह हिफाज़त करे
आपकी नज़ाकत अदाओं ने,,,मुझे घायल किया ।।
अल्लाह आपकी हिफाज़त करें,,,उसने ये बोल दिया ।।
मैं बचूंगा या नहीं,,,मुझे नहीं पता ।।
कमबख्त शायरी मेरी ने,,,सब राज़ खोल दिया ।।
वो कितनी खूबसूरत है,,,शायद उसे नहीं पता ।।
चांद की रौशनी,और हीरे की चमक से मैंने उसे तौल दिया ।।
उसके बात करने का अंदाज,,,भी बेहद निराला है ।।
बातों बातों में न जाने,,,उसने मेरा दिल कब ले लिया ।।
मुझे नहीं पता,,,के वो सिंगल है या कुछ ओर,,,
बस इसी ख्याल से,,,मै हर पल खौफ में रहा ।।
अमन अब बैठा है इंतजार में,,,उसके रिप्लाई को ।।
लेकिन उसने मुझे हर दफा,,,इग्नोर ही किया ।।
खैर छोड़ो अब,,,गर नसीब में होगा तो मिल जाएगा ।।
अब खुदा करे वो खुश रहे,,,हमने जिंदगी में बस ये ही चाहा ।।-
मेरी कलम जब भी लिखती है तो रोती बहुत है ।।
जो किसी को ना पचे वो सच्चाई लिखती बहुत है ।।
ये मेरी डायरी के पन्ने भी कांपने लगते है ।।
जब भी इंसानियत से रूबरू होते बहुत है ।।-
जंगलों को मत काटो,,,
इंसानियत को मत बांटो।
हम सब एक हैं,,
ये समझ लो,जंगलों को मत काटो ।। 🙏🙏🙏-
जिंदगी क्या है ??
जिंदगी की अपनी अपनी परिभाषा है ।।
किसी के लिए जिंदगी "व्यवहार" है ।।
तो किसी के लिए जिंदगी "परिवार" है ।।
किसी के लिए जिंदगी "बलिदान" है ।।
तो किसी के लिए जिंदगी "ईमान" है ।।
किसी के लिए जिंदगी "प्यार" है ।।
तो किसी के लिए जिंदगी "यार" है ।।
अमन,,,मुझसे कोई पूछे कि जिंदगी क्या है ??
तो मैं कहूं जिसके लिए जिंदगी का भी "त्याग" है ।।
असल में जिंदगी उसी का "नाम" है ।।-
ये इश्क, मोहब्बत करने वालों का अमन शहर नहीं बचा अब,,,
भगवान के अस्तित्व लिए,,,शैतान भी जरूरी है ।।-
सबसे बड़ा दुःख,,,
अगर है जिंदगी में,,,तो वो है भूख ।।
मफ़लूसी की महामारी,,,
रात का वो समय,,,और टपकती छत ।।
वो बाप की लाचारी,,,
बेटा नशे पे जारी,,,और दिनभर क्लेश चलत ।।
वो मां की रोती आँखें,,,
तरसती है उल्फत को,,,रहती सबके लिए फिक्रमंद ।।-