आज मैंने उसे देखा वो कितनी सुंदर लग रही थी, उसकी आंखें, उसकी झुल्फे, उसकी सारी उसपे कितनी जच रही थी।
अरे मैंने उसकी बिंदी के बारे में तो कहा ही नहीं मानो उस बिंदी को आज उसकी सही जगह मिल गई हो और मैंने उसे देखा और देखा और देखता ही रह गया.
उसपे से नजर हटाने को दिल ही नहीं किया बस उसे देखा और देखता रह गया, ये पलकें भी थकने का जैसा नाम ना ले रही हो.
उसे देखने के बाद मानो मै थम सा गया, जहां था वह रूक सा गया, सांसे थम सी गई और दिल जोरो से धड़कने लगा, ये भटके हुए मन को शांति मिल गई और मैं एक सुकून की और आगे बढ़ता गया।
क्या कहु मै उसके बारे में वो सब्द ही नहीं जो उस एहसास को सबद दे सके। सयाद वो सब्द बने ही नहीं हो जो उसे देखने के बाद मै सबदों में बयान कर सकूँ
"बस इतना ही कहूँगा उसे देखा और देखा बस देखता ही रह गया!-
हमारे बिछड़ने का गम उससे भी हुआ होगा ऐसा लगता है मुझे
पर उसने कभी कहा था कि आपको कुछ भी लगता है-
उसने कल के ख़ुशी के लिए , मुझे आज खुद से अलग कर दिया
वो कैसी होगी ख़ुशी मेरी ,यार तूने ये गलत कर दिया-
कुछ तो कमी रह गई होगी मेरे प्यार में
जो तुझे पा ना सके तेरे ही इंतजार में-
तेरी यादों से दूर कहीं ,नई यादें बनाएंगे
तेरे सहर तो आएंगे मगर ,तेरे दर ना आएंगे
मुसाफिर कहा था तूने ,मुसाफिर बन जायेंगे
तेरी यादों से दूर कहीं ,नई यादें बनाएंगे-
रातें बातें और मुलाकाते
एक तेरे होने से ही थी
हमने हर किसी को इसमें शामिल ना किया था-
श्री राम के दर्शन पाएंगे तो जीवन सफल हो जाएंगे
बस करना सच्चे दिल से उनका इंतजार
फिर देखना प्रभु श्री राम स्वयं चले आएंगे
🙏♥️-
लगता है मुझे मैं कुछ करने के लायक नहीं
यूं ही नहीं यह साल मुझे जताता है l
की देख मैं तो आगे बढ़ाया
तू हर बार ऐसे ही पीछे रह जाता है-
सांसों में कमी है कुछ आजकल , आंखों में नमी है कुछ आजकल
यूं तो जी रहे हैं वर्षों से , पर जीने में कमी है कुछ आजकल-