तेरे जाने के बाद सब बिखर गया..!
एक तू ही है जो अंदर रह गया..!!-
भूल पाना मुश्किल है..!
सब कुछ याद रहता है..!
आज भी वह शख्स..!
मेरे जहन में सुबह शाम रहता है..!!-
लोग पूछते हैं कहानी मेरी..!
इन्हें अकेला कैसे सुना दूं अपनी कहानी मुंहजबानी मेरी..!
मेरी कहानी का एक किरदार तू ही है..!
आ साथ बैठ इन्हें सुना दे पूरी कहानी मेरी..!!-
उथल-पुथल सी है जिंदगी..!
कहीं अच्छी तो कहीं बुरी है जिंदगी..!
अभी तो यह जवानी का दौर है साहब..!
अभी और आगे देखनी बाकी है जिंदगी..!!-
ये दौर गुजर क्यों नहीं जाता..!
उसकी यादों का सिलसिला मर क्यों नहीं जाता..!
वैसे तो हमें भूले हैं कई और लोग पहले भी..!
एक उसके सिवा मुझे याद कोई और क्यों नहीं आता..!!-
मेरे जहन में सुबह शाम रहता है..!
एक तू ही वह शख्स है..!
जिसका नाम मेरे लबों पर हर बार रहता है..!!-
तेरी वह रात कैसी बीती..!
जिस रात तुझे खो दिया था हमने..!
अरे तू तो रकीब की बाहों में थी..!
तुझे खुश देख कर उस रात जरा सा रो दिया था हमने..!!-
थोड़ा सा सुधर गए हैं..!
थोड़ा सा बिगड़..!
तेरे जाने के बाद..!
मेरा हाल है कुछ इस कदर..!!-
आसमान से कोई फरिश्ता उतर आया..!
खुदा का शुक्र है उसका घर मेरे मोहल्ले में आया..!
कभी इधर उधर से दीदार हो जाते थे उनके..!
क्या बात है आज चांद खुद बाहर निकल आया..!!-